राजस्थान : विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। राजस्थान के दौसा से सांसद हरीश मीणा ने बुधवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया। मीणा ने राजस्थान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और महासचिव अशोक गहलोत की मौजूदगी में कांग्रेस ज्वाइन की। इस मौके पर अशोक गहलोत ने कहा, देश के तमाम नेता कांग्रेस के साथ आ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी केवल राम मंदिर की बात कर रही है। भाजपा में केवल अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही चलती है। हरीश मीणा के कांग्रेस में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी।
इसके साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस में किसी तरह की फूट नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं और सचिन पायलट दोनों ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वे किस सीट से चुनाव में उतरेंगे।
हरीश मीणा ने कहा कि पहले नाराजगी थी तो छोड़ा था, अब नाराजगी दूर हो गई है। मैंने कांग्रेस बिना किसी शर्त के ज्वाइन की है। किसी टिकट का वादा नहीं लिया है, जो पार्टी कहेगी वो करूंगा। और भी लोगों को लेकर आऊंगा। बीजेपी ने कुछ नहीं किया। इसके साथ ही राजस्थान में भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है। जहां नागौर से भाजपा विधायक हबीब उर रहमान भी कांग्रेस के साथ जुड़ने जा रहे हैं। भाजपा के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में इनका नाम नहीं आया था। इसके बाद से ये पार्टी नेतृत्व से नाराज थे।
पूर्व डीजीपी हरीश मीणा साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। हरीश मीणा का पार्टी छोड़ना भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हरीश मीणा के भाई नमो नारायण मीणा पहले से ही कांग्रेस के साथ हैं। राजस्थान में मीणा जाति का काफी प्रभाव है और पूर्वी राजस्थान में अहम मतदाताओं के तौर पर इन्हें देखा जाता है। हरीश मीणा साल 2009 से 2013 तक राजस्थान पुलिस के प्रमुख रहे हैं।