नई दिल्ली: कांग्रेस ने कहा है कि ‘चौकीदार चोर है’ उसका एक राजनीतिक अभियान है जो करीब डेढ साल से चल रहा है और यह आगे भी चलता रहेगा लेकिन स्पष्ट किया कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी का यह कहने का कभी इरादा नहीं रहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी इसे सही माना है और अपनी टिप्पणी के लिए खेद जताया है।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ‘चौकीदार चोर है’ का नारा डेढ साल से ज्यादा समय से चल रहा है और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पार्टी के अन्य नेता लगातार इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। राहुल गांधी ने उच्चतम न्यायालय में अपने स्पष्टीकरण में बताया है कि उनका इरादा यह कहने का कभी नहीं था कि न्यायालय ने भी माना है कि ‘चौकीदार चोर’ है।
उन्होंने स्पष्टरूप से यह कहने के लिए अपनी गलती मानी है और खेद जताया है कि उच्चतम न्यायालय ने भी यह माना है कि ‘चौकीदार चोर है।’ राहुल गांधी ने यह भी बताया कि वह न्यायालय की प्रशंसा कर रहे थे।
प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के किसी नेता के लिए यह नारा नया नहीं है। उनके लिए यह पूरी तरह से राजनीतिक अभियान है और पार्टी का यह अभियान थमेगा नहीं। उन्होंने कहा कि ‘चौकीदार चोर है’ एक नारा है लेकिन न्यायालय ने भी इसे माना है यह इरादातन कांग्रेस अध्यक्ष ने कभी नहीं कहा। उन्होंने कहा कि न्यायालय में यह भी कहा गया है कि वह किसी मुद्दे पर अपना रुख बदल नहीं रहे हैं और इस अभियान को जारी रखेंगे।
सिंघवी ने कहा कि न्यायालय को यह भी बताया गया है कि भारतीय जनता पार्टी न्यायालय में उठे मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है। वह जानबूझकर चुनावी फायदे के लिए इस मामले का इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने कहा कि न्यायालय ने राहुल गांधी की बात सुनी है। हमने न्यायालय से यह मामला खत्म करने का निवेदन किया था लेकिन मामले को बंद नहीं किया गया है और अगले सप्ताह बुधवार को इस मामले में सुनवाई होगी। प्रवक्ता ने कहा कि न्यायालय के निर्देश के अनुसार विस्तृत स्पष्टीकरण दिया गया है। न्यायालय से कहा गया है कि उनका इरादा उसके निर्णय का गलत इस्तेमाल करना नहीं था।