पिथौरागढ: विकास भवन सभागार में एक दिवसीय जागरूकता जिला स्तरीय वन पंचायत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में वन पंचायत, ग्राम पंचायत और वन विभाग के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और उद्योग विभाग के कर्मचारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान परियोजना निदेशक ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चीड़ की पत्तियां व अन्य प्रकार के जैव इंधनों से विद्युत उत्पादन की नीति 2018 बनाई जा रही है। साथ ही चीड़ की पत्तियों को इकठ्ठा कर विद्युत उत्पादन को उद्योगों का दर्जा भी दिया गया है। उन्होंने बताया कि इससे उद्योग के अंर्तगत काम करने वाले लाभार्थियों को रोजगार मिलेगा।साथ ही गर्मी के दिनों में जंगलों में लगने वाली आग जैसी घटनाओं पर भी रोक लग पाएगी।