ऋषिकेश: हाई कोर्ट के आदेश पर गठित एसआइटी ने मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद डिग्री कॉलेज में दशमोत्तर एससी-एसटी, ओबीसी छात्रवृत्ति में अनियमितता का मामला पकड़ा है। जांच में कॉलेज की ओर से जिला समाज कल्याण विभाग के साथ सांठगांठ करते हुए लगभग 14 लाख 88 हजार 500 रुपये के गबन की पुष्टि हुई है। इस संबंध में जांच अधिकारी आशीष कुमार ने कॉलेज के खिलाफ थाना मुनिकीरेती में मुकदमा दर्ज कराया है।
रिपोर्ट के मुताबिक इस डिग्री कॉलेज का संचालन 2012 से हो रहा है। जिला समाज कल्याण विभाग ने 2014-15 में यहां छात्रवृत्ति दी। इस वर्ष 53 अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं द्वारा उक्त धनराशि प्राप्त करने हेतु आवेदन किया गया था। इसमें विभाग ने 47 छात्र छात्राओं को प्रति छात्र 33 हजार रुपये के हिसाब से छात्रवृत्ति दी गई, जबकि डिग्री कॉलेज की ओर से मात्र 25 छात्र छात्राओं को छात्रवृत्ति वितरित की गई। बता दे की जनपद स्तर पर आवंटित 32 शिक्षण संस्थान और कॉलेजों से उनके द्वारा सूचनाएं एकत्रित की जा रही है। इस पर कैलाश गेट मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद डिग्री कॉलेज शिक्षण संस्थान के अभिलेखों को प्राप्त किया गया। इस शिक्षण संस्थान के संबंध में जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी छात्रवृत्ति की सूची का मिलान किया गया। जांच में पाया गया कि शिक्षण संस्थानों के छात्रों को वर्ष 2014-15 में छात्रों को दशमोत्तर छात्रवृत्ति दी गई है। प्राप्त अभिलेखों के मिलान के बाद इसमें कई कमियां और अनियमितता प्रकाश में आई है।
जांच अधिकारी के मुताबिक डिग्री कॉलेज के अभिलेखों की जांच के बाद पता चला कि छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले इन 25 छात्रों का प्रवेश 2014-15 में ही बीएससी कक्षा में हुआ था। जो विद्यालय से छात्रवृत्ति प्राप्त करने के बाद बिना परीक्षा दिए ही विद्यालय छोड़ कर चले गए। विद्यालय के अभिलेखों में इन छात्रों का पता व मोबाइल नंबर स्पष्ट अंकित नहीं है।