रुद्रपुर: हाईकोर्ट में योजित रिट पिटीशन पीआईएल संख्या-33/2019 में कोर्ट द्वारा 5 जुलाई को पारित आदेशों के अनुपालन में उत्तराखण्ड राज्य के 11 जनपदों में वर्ष 2011-2012, से अद्यतन समाज कल्याण विभाग द्वारा वितरित की गयी एससी/एसटी/ओबीसी दशमोत्तर छात्रवृत्ति वितरण में की गयी अनियमितता/शिकायत पर की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया गया।
एसआईटी ने दशमोत्तर छात्रवृत्ति की जांच हेतु वर्ष 2011 से 2018 तक समाज कल्याण विभाग द्वारा वितरित की गयी छात्रवृत्ति से सम्बन्धित अभिलेख/सूची समाज कल्याण विभाग रूद्रपुर से प्राप्त की गयी। अभिलेखों के अवलोकन/विश्लेषण के उपरान्तअभिलेख प्राप्त करने और छात्रों के बैंक खातों की जांच के लिय तीन टीमों का गठन किया गया।
जाॅच टीमों द्वारा छात्रों का भौतिक सत्यापन किया गया तो पाया कि कतिपय छात्रों को स्थानीय दलालों द्वारा 1- दूसरी योजना का लाभ दिलाने हेतु 2- पूर्व में अध्ययनरत रहे कक्षा की छात्रवृत्ति दिलाने हेतु उनसे शैक्षिक, जाति, स्थाई निवास प्रमाण पत्र एवं उनके पिता का आय प्रमाण पत्र प्राप्त कर शैक्षणिक संस्थानों के स्वामियों के साथ मिलकर समाज कल्याण विभाग से छात्रवृत्ति प्राप्त की 3- समान्य वर्ग के छात्रों को एससी-एसटी एवं ओबीसी वर्ग में दिखाकर 4- छात्रों का शैक्षणिक संस्थानों में फर्जी दाखिला दिखाकर छात्रवृत्ति प्राप्त की। 5-छात्रवृत्ति लाभार्थी सूची में अंकित कतिपय छात्रों का पता तस्दीक नहीं हुआ।
बाजपुर क्षेत्र के दलालों द्वारा ऋषि इंस्टीट्टयूट आफ इंजिनयरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी प्रतापपुर मेरठ में स्थानीय छात्रों का उक्त संस्थान में दाखिला फर्जी दस्तावेज तैयार कर व फर्जी खाते खोलकर छात्रवृत्ति प्राप्त की गयी है। उक्त कार्य से दलालों शैक्षणिक संस्थान स्वामी तथा बैंक की सांठ-गांठ से उत्तराखण्ड सरकार का लाखों रूपयों का गबन हुआ पाया गया है।
जसपुर क्षेत्र में भी स्थानीय दलालों द्वारा ब्राईटलैण्ड काॅलेज रेवाडी हरियाणा में स्थानीय छात्रों का दाखिला फर्जी दस्तावेज तैयार कर व फर्जी खाते खोलकर छात्रवृत्ति प्राप्त की गयी है। उक्त कार्य से दलालों शैक्षणिक संस्थान स्वामी की सांठ गांठ से उत्तराखण्ड सरकार का लाखों रूपयों का गबन हुआ पाया गया है, शिक्षण संस्थानों ऋषि इंस्टीट्टयूट आफ इंजिनयरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी प्रतापपुर मेरठ तथा बा्रईटलैण्ड काॅलेज रेवाडी हरियाणा एंव सम्मिलित दलालों के विरूद्व थाना बाजपुर एवं थाना जसपुर में अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है तथा अन्य शैक्षणिक संस्थानों एवं दलालों एवं बैको के विरुद्ध जाँच की जा रही है।