देहरादून: शुक्रवार को गौरव सजवान पुत्र दौलतराम सजवान, प्रबंधक यूको बैंक शाखा राजपुर देहरादून ने थाना राजपुर में लिखित सूचना दी कि, उनकी यूको बैंक की शाखा के एक खाते से, जो कि कमल बैरेट के नाम पर है, किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा बीते सोमवार को 49 लाख 69 हजार रुपए का आरटीजीएस दिनेश गिरी के खाते में कोटक महिंद्रा बैंक गाजियाबाद के नाम पर करवाया तथा बैंक के ही एक अन्य खाते, जो कि माला त्यागी के नाम पर है, उसमें किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा 51 लाख 5 हजार 9 सौ 85 रुपए का आरटीजीएस अर्जुन सिंह के खाते, जो एसबीआई कोलकाता मैं है, के नाम करवाया था।
उसी दिन एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा बैंक में संबंधित खातों से चेक की क्लोनिंग करके बैंक खातों से उक्त धनराशी निकाल ली गई। शुक्रवार को ही वादी बलदेव सिंह, वरिष्ठ प्रबंधक यूको बैंक द्वारा थाना डालनवाला में लिखित तहरीर दी कि, उनकी यूको बैंक की शाखा ईसी रोड तथा रेस कोर्स शाखा से अज्ञात व्यक्तियों द्वारा फर्जी चेक के माध्यम से दो अलग-अलग खातों जो कि रेखा कुकरेती व रंजीत कौर के नाम पर है, में से फर्जी चेक के माध्यम से 49 लाख 59हजार तथा 49 लाख 58 हजार गाजियाबाद स्थित INDSIND बैंक की शाखा में आरटीजीएस के माध्यम से स्थानांतरित किए गए।
उक्त संबंध में थाना डालनवाला, थाना कोतवाली नगर तथा राजपुर में संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किए गए। उक्त घटनाओं की गंभीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा तत्काल कोतवाली नगर तथा कोतवाली डालनवाला की संयुक्त पुलिस टीम का गठन कर अभियोगों के सफल निस्तारण के निर्देश दिए गए।
गठित टीम द्वारा उन खातों के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई, जिनमें पैसे आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किए गए। प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस टीम द्वारा शुक्रवार की रात्रि गाजियाबाद से घटना में शामिल नामजद युवती कविता पुत्री साहब सिंह निवासी ग्राम खेड़ी मानसिंह तहसील व थाना डूंडी जिला करनाल, हरियाणा और दिनेश गिरी पुत्र अमी गिरी निवासी ग्राम दत्तनगर जिला बागपत, उत्तर प्रदेश दोनों हाल निवासी बालाजी एनक्लेव निकट गैस एजेंसी गोविंदपुरम, थाना कविनगर, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को उनके किराए के फ्लैट से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा अपने संगठित गिरोह में कुमारी अंजू, अनिल, सचिन, स्वीटी, राम भरोसे, के शामिल होने की जानकारी दी तथा बताया कि कविता के INDSIND बैंक की गाजियाबाद शाखा में थाना कोतवाली नगर तथा थाना डालनवाला से संबंधित मुकदमों के चेक के पैसे आरटीजीएस द्वारा ट्रांसफर किए गए थे तथा अभियुक्त दिनेश गिरी के गाजियाबाद स्थित बैंक खाते में थाना राजपुर से संबंधित मुकदमे की धनराशि आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किए जाने की बात सामने आई। अभियुक्त दिनेश थाना राजपुर में पंजीकृत अभियोग में नामजद है।
गिरोह के अन्य सदस्य अनिल, सचिन, स्वीटी, रामभरोसे, व अंजू अभी फरार है, जिनकी गिरफ्तारी हेतु संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है। पूछताछ में दोनों अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि उनके गिरोह द्वारा अन्य राज्यों में भी इस प्रकार की घटनाएं की गई है, जिसके संबंध में अन्य स्थानों से जानकारी प्राप्त की जा रही है। पकड़े गए दोनों अभियुक्तों आज न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
अभियुक्तों से विस्तृत पूछताछ तथा बरामदगी के लिए पुलिस द्वारा शीघ्र ही पुलिस कस्टडी रिमांड हेतु न्यायालय में आवेदन किया जाएगा।