रुद्रप्रयाग: चारधाम सडक परियोजना के तहत चल रहे निर्माण कार्य अब आम जनता के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। कायदे कानूनों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य किये जा रहे हैं, तो कार्यदायी ऐजेन्सियों को डीएम के आदेश भी अब दिखाई नहीं दे रहे हैं। सडक निर्माण के दौरान धूल के गुब्बार से सडक पर चलना दूभर हो गया है।
गौरीकुण्ड हाईवे तो इस कदर बना है कि यहां अब इस धूल से कहीं पर भी बडा हादसा हो सकता है। जिलाधिकारी ने एनएच को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि सडक पर लगातार पानी का छिडकाव किया जाय जिससे धूल ना उड सके और आवागमन में दिक्कतें न हों साथ ही सडक पर पानी डालने वाले टैंकरों पर जीपीएस लगाया जाय जिससे पता चल सके कि वास्तव में टैंकर द्वारा पानी डालने के दौरान मूवमैन्ट किया गया है। मगर अभी तक एक भी टैंकर सडक पर नहीं दिखाई दे रहा है। जिससे साफ है कि कार्यदायी ऐजेन्सियों के सामने डीएम के आदेश भी महज कागज पर लिखे अक्षर हैं उससे ज्यादा उन निर्देशों की कोई अहमियत नहीं है।