नई दिल्ली: 47 दिनों की यात्रा के बाद चंद्रयान-2 का चन्द्रमा की सतह से से महज दो किलोमीटर दूर इसरो का संपर्क टूट गया। चन्द्रयान-2 का लैंडर विक्रम आख़िरी दो किलोमीटर में ख़ामोश हो गया, इसी लैंडर के ज़रिए चन्द्रयान-2 को चन्द्रमा की सतह तक पहुंचना था। इसरो के चेयरमैन के सिवन ने कहा कि शुरुआत में सब कुछ सामान्य था लेकिन चन्द्रमा की सतह से आख़िरी के 2.1 किलोमीटर पहले संपर्क टूट गया।
इसरो प्रमुख ने कहा कि इससे जुड़े डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है। अब तक अमरीका, रूस और चीन ही चन्द्रमा पर अपने अंतरिक्षयान की सॉफ़्ट लैन्डिंग करवा पाए हैं और भारत ये उपलब्धि हासिल करने से दो क़दम पीछे रह गया।
Watch Live: Honorable Prime Minister Shri. Narendra Modi Addressing the Nation https://t.co/SAGMyi1Nkp
— ISRO (@isro) September 7, 2019
वहीँ इसरो के चंद्रयान-2 मिशन का संपर्क विक्रम लैंडर से टूटा तो इमरान के बड़बोले मंत्री आपा खो बैठे। पाकिस्तान के विज्ञान और तकनीकी मंत्री फवाद को साइंस का ककहरा भले ही पता नहीं, लेकिन दुनिया के सबसे कठिन मिशन चंद्रयान-2 पर टिप्पणी करने लगे। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “जो काम नहीं आता, पंगा नहीं लेते ना..डियर एंडिया।”
जनाब इतनी हड़बड़ी में थे कि इंडिया को एंडिया लिख डाला। फिर क्या था सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के इस मंत्री की खूब लानत-मलानत होने लगी।
Awwwww….. Jo kaam ata nai panga nai leitay na….. Dear “Endia” https://t.co/lp8pHUNTBZ
— Ch Fawad Hussain (@fawadchaudhry) September 6, 2019
इनकी बेशर्मी यहीं नहीं रुकी इसके बाद भी एक के बाद एक ट्विट कर डाले। जिस पर जवाब मिला, पाकिस्तान के झंडे में भले ही चांद का टुकड़ा दिखता हो लेकिन उसके बस की बात नहीं कि वह चांद पर जाने की कभी सोचे भी।
वहीँ फवाद चौधरी के इन ट्वीट की खुद पाकिस्तानियों ने भी आलोचना की। सुलेमान ललवानी ने लिखा, ‘पाकिस्तान की ओर से माफी। फवाद का ट्वीट दुर्भावना से ग्रस्त था।’ एक अन्य पाकिस्तानी सैयद बिलावल कमाल ने लिखा, ‘फवाद चौधरी हमारे लिए शर्मिंदगी की वजह न बनें। कम से कम भारत ने चांद पर उतरने का प्रयास किया। हमें किसी भी देश के वैज्ञानिक प्रयास की प्रशंसा करनी चाहिए और उससे प्रेरणा लेनी चाहिए।’