नैनीताल: नाबालिग किशोरी की हत्या के मामले में पुलिस ने 48 घन्टे के भीतर खुलासा किया है। एक चाचा ने अपनी भतीजी की गला दबाकर निर्मम हत्या कर दी है। पुलिस पूछताछ में आरोपी चाचा ने अपना जुर्म कबूल लिया है। अरोपी चाचा को भतीजी के चाल चलन पर शक था। इसी के चलते उसने आरती की हत्या कर दी।
बता दें कि किशोरी की हत्या के मामले में पुलिस उसके करीबियों से पूछताछ कर रही थी। पुलिस को आशंका थी कि कहीं हत्या के तार आनर किलिंग से जुड़े तो नहीं है। इधर, फोरेंसिक टीम मौके से बरामद बालों की जांच की। जिससे ये कयास लगाए गए कि मौत से पहले किशोरी ने कातिलों से संघर्ष किया था।पूरे मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक राजीव मोहन ने बताया कि घटना के बाद से ही खुलासे के लिए तीन टीमें गठित की गई थी जिसमें फॉरेंसिक एक्सपर्ट की भी मदद ली गई। पूछताछ में मृतका के चाचा ने बताया कि 14 अगस्त की सुबह उसने एक लड़के के साथ अपनी भतीजी को देखा जिसके बाद उसे बहुत गुस्सा आया और दुपट्टे से ही उसका गला घोट दिया है जिसके कारण वह मौके पर ही मर गई ।जिसके बाद किशोरी का शव जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी चाचा के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 201 का मुकदमा पंजीकृत करते हुए जेल भेज दिया।