कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां पर एक बस खाई में गिर गई, जिसमें 44 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं।रने सेके बाद कई बड़े खुलासे हुए हैं। जिस बस से दर्जनों घरों के चिराग बुझ गए, उस गाड़ी में चालक का गुरुवार को पहला दिन था। पहले ही दिन चालक की गलती ने एकसाथ कई मौतों से कोहराम मचा दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह बस आए दिन खराब होती रहती थी।
बता दें कि भियोठ मोड़ को हादसे के हिसाब से पहले से ही खतरनाक माना जाता है। मोड़ पर न तो क्रैश बैरियर लगे हैं और न ही पैरापिट बनाए गए हैं। ऐसे में बेकाबू होने पर वाहन सीधा मौत में मुंह में समा जाते हैं। बंजार हादसे से पूर्व ड्राइवर ने बस को नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन बस खाई में जा गिरी। बताया जा रहा है कि जब बस खाई में गिरने लगी तो ड्राइवर ने बस की खिड़की खोलकर छलांग लगा दी। इसके बाद देखते ही देखते सवारियों से खचाखच भरी बस खाई में पलटे खाते हुए 500 फीट गहरी खाई तक पहुंच गई। माना जा रहा है कि दुर्घटनास्थल पर यदि क्रैश बैरियर होते तो कई जिंदगियां बच सकती थीं। लेकिन एनएच अथॉरिटी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक कई बार एनएच अथॉरिटी को अवगत भी करवाया गया। लेकिन उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया।
बंजार बस हादसे की भयावहता इतनी थी कि पहाड़ी की तेज ढलान पर शव जहां तहां झाड़ियों में फंसे हुए थे। ऐसे में रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे अमले और लोगों के लिए घायलों के साथ शवों को बाहर निकालने में भी चुनौती का सामना करना पड़ा।तेज ढलान पर अटके शवों को आखिरकार स्पैन और रस्सी के सहारे खींचकर निकालना पड़ा। झाड़ियों फंसे शवों को निकालने में रेस्क्यू दल को खासा जोखिम उठाना पड़ा। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद सभी शव रस्सी और स्पैन की मदद से बाहर निकाल लिए गए।
हादसे में घायल 12 महिलाओं, 6 लड़कियों, 7 बच्चों व 10 युवकों को रेस्क्यू किया गया है। वहीं, कुछ की हालत गंभीर है। मौके पर प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल मौजूद हैं।हादसे के बाद प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने शोक जताया।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘कुल्लू, हिमाचल प्रदेश में हुई बस दुर्घटना के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’