रुद्रप्रयाग : ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि तय होते ही धाम में पुनर्निर्माण कार्यों में भी तेजी आ गयी है। कपाट बन्द होने के दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी ने धाम में पांच बडी परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। जिनका जायजा लेने के लिए बुधवार को उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को धाम में पहुंचना था मगर वह कार्यक्रम अपरिहार्य कारणों से स्थगित हो गया है। 29 अप्रैल को बाबा केदार के कपाट खुलने हैं और कयास लगाये जा रहे हैं कि कपाट खुलने के मौके पर पीएम मोदी स्वयं केदारधाम में मौजूद रहेंगे। यही कारण है कि पीएमओ समेत प्रदेश सरकार धाम में होने वाले पुनर्निर्माण कार्यों पर लगातार नजरें बनाये हुए है और सीएम स्वयं बार-बार धाम में जाकर कार्यों की समीक्षा कर रहे है। यही नहीं सीसीटीवी कैमरों के जरिये केदारनाथ धाम में होने वाली हर गतिविधियों की जानकारी जिला प्रशसन के साथ ही शासन व पीएमओ कार्यालय को सीधे तौर पर मिल रही है और यात्राकाल शुरु होने से पहले कार्यों को सम्पादित करने के लिए प्रशासन जुटा हुआ है। विगत वर्ष कपाट बन्द होने के दौरान पीएम मोदी केदारनाथ धाम पहुंचे थे और उन्होने पुनर्निर्माण की पांच परियोजनाओं का शिलान्याश किया था। जिनमें संगमतट से केदारनाथ मंदिर तक पैदल मार्ग निर्माण, सरस्वती नदी तटों की शुरक्षा दीवार व घाटों का निर्माण, तीर्थ पुरोहितों के आवाशीय भवनों का निर्माण, आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल का निर्माण व म्यूजियम, घ्यानकेन्द्र तथा मंन्दाकिनी नदी की शुरक्षा दीवारों के निर्माण कायों को लेकर पीएम ने शिलान्याश किया था। सूत्रों की मानें तो इस वर्ष 29 अप्रैल को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने के मौके पर स्वयं पीएम मोदी भी मौजूद रहेंगें इसको देखते हुए राज्य सरकार कहीं भी कोई चूक नहीं रखना चाह रही है और लगातार पुनर्निर्माण कार्यों पर नजरें गड़ाए हुए है। यही कारण है कि सीएम बुधवार को केदार धाम पहुंचने वाले थे मगर अपरिहार्य कारणों से उनका दौरा स्थगित हो गया है अब आने वाले दिनों में धाम में पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने व समयबद्ध तरीके से उनको पूरा करने के लिए सरकार सहित जिला प्रशाशन पर भी भारी दबाव बनता जा रहा है।