देहरादूनः भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का हुक्म होते ही संगठन ने खानपुर के विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन को भाजपा ने आखिरकार पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जिसके बाद विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। उनके और उनके परिजनों के नाम पर जारी किए गए शस्त्र लाइसेंसों के निरस्तीकरण की संभावना जताई जा रही है। इस मामले में एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी ने मंगलौर कोतवाली से रिपोर्ट तलब की है,
बता दें कि विधायक प्रणव चैंपियन का बीते दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह नशे में धूत होकर बंदूक लहराते हुए डांस कर रहे थे। वीडियो वायरल होने के बाद उत्तराखंड बीजेपी ने केंद्रीय नेतृत्व से कार्रवाई की सिफारिश की थी। केंद्रीय नेतृत्व ने प्रणव चैंपियन को पार्टी से निकाल दिया गया है। बीजेपी ने पिछले महीने अनुशासनहीनता के आरोप में कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन को तीन महीने के लिए पार्टी से निलंबित किया था। इसके बाद स्थायी तौर पर निलंबित किया गया। अब पार्टी ने कड़ा फैसला लेते हुए उन्हें पार्टी से निकाल दिया।3 दिन पूर्व सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन राइफल और पिस्टल लहराते दिखाई दे रहे हैं। उनके इस आचरण को गंभीरता से लेते हुए भारतीय जनता पार्टी में 2 दिन से काफी हलचल रही।
बुधवार को उनके निष्कासन की प्रक्रिया का दावा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा किया गया। इसके साथ ही पुलिस ने भी लहराते हुए दिखाए गए शस्त्रों की जांच शुरू कर दी है। एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी ने बताया कि विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के आवास लंढौरा क्षेत्र की मंगलौर कोतवाली से उनके शस्त्र लाइसेंसों के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। अगर जांच के दौरान यह पाया गया कि उन्होंने इन संस्थाओं का दुरुपयोग किया है तो जिलाधिकारी से उनके निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि वीडियो की भी जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि प्रणव सिंह चैम्पियन और विवादों का पुराना रिश्ता है. इससे कुछ महीने पहले भी वह बीजेपी के झबरेड़ा से विधायक देशराज कर्णवाल के साथ वाकयुद्ध और उन्हें कुश्ती लड़ने की चुनौती देने को लेकर सुर्खियों में रहे थे। चैम्पियन उन कांग्रेस विधायकों में शामिल थे जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ बगावत की थी और 2016 में बीजेपी में शामिल हो गए थे।