मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना को लेकर सरकार बनाना भाजपा के लिए आसान नहीं है। विधायक दल की बैठक में शिवसेना ने फैसला लिया है कि पहले बीजेपी लिखित में दे कि वह ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री वाले यानी 50-50 वाले फॉर्मूले पर राजी है। शिवसेना विधायक रमेश लटके मीटिंग खत्म होने के बाद कहा कि, सारे अधिकार उद्धव जी को दिये गए हैं, जो वो कहेंगे वही होगा।
वहीं एक और शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने कहा कि बीजेपी जब तक लिखित में नही देगी, तब तक शिवसेना सरकार में शामिल नहीं होगी। जो तय हुआ है 50 – 50 फार्मूला उसके तहत ढाई-ढाई साल का मुख्यमंत्री होना चाहिए। महाराष्ट्र के ज़्यादातर शिव सेना विधायक चाहते हैं कि इस बार शिव सेना से मुख्यमंत्री हो और यह पद आदित्य ठाकरे को मिले। विधायकों का कहना है कि उनके पास नई सोच है, विधानसभा चुनावों में शिवसेना को 56 सीटें मिलीं हैं।
बीजेपी को पिछले बार की तुलना में करीब 20 सीटें कम आई हैं और वह उसको सरकार बनाने के लिए किसी तीसरे की हर हाल में समर्थन की जरूरत पड़ेगी। पिछली बार के चुनाव में बीजेपी ने अकेले चुनाव लड़ा था और सरकार पर पूरी तरह से कब्जा था।