नई दिल्ली: भाजपा राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश के खिलाफ पश्चिम बंगाल में रेप का केस दर्ज किया गया है। मामले में मुख्य आरोपी आरएसएस की सहयोगी संस्था अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के सीनियर लीडर अमलेंदु चटोपाध्याय को 17 सितंबर को ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि एफआईआर में शिव प्रकाश और विद्युत चटर्जी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। मामला करीब दो माह पुराना है। मामले में 17 सितंबर को अमलेंदु को गिरफ्तार कर लिया गया।
वहीँ रेप मामले में नाम आने के बाद से पार्टी के सीनियर लीडरों ने भी शिव प्रकाश से दूरी बनानी शुरू कर दी है। अब देखना यह होगा कि, बलात्कार के मामले में घिरे शिव प्रकाश को लेकर पार्टी क्या रुख अपनाती है।
पीड़ित महिला के मुताबिक, अमलेंदु चट्टोपाध्याय ने शादी के झांसा देकर कई बार उसके साथ रेप किया। पुलिस में दी शिकायत में महिला ने कहा है कि आरोपी ने उसे यातना दी और धमकाया कि, अगर किसी से इस बारे में बात की तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। शिकायत में आरएसएस के वरिष्ठ नेता बिद्युत चटर्जी, शिव प्रकाश और सुब्रत चटर्जी के नाम भी शामिल हैं।
शिकायत के मुताबिक, बीजेपी के एक सदस्य और राज्य के दो भाजपा नेताओं ने महिला को मीटिंग के बहाने कलकत्ता के एक होटल में बुलाया था। हालांकि, होटल पहुंचने पर उसे वहां सिर्फ शिवप्रकाश और मुखर्जी ही मिले। दोनों ने महिला के साथ बलात्कार करने की कोशिश की, तभी चट्टोपाध्याय वहां पहुंचे और उसे बचाया। इसके बाद महिला को कहा गया कि, वो इस घटना की शिकायत पुलिस से ना करे क्योंकि, इससे संगठन की बदनामी होगी।
महिला ने शिकायत में कहा है कि, इस घटना के बाद चट्टोपाध्याय उसके घर आने-जाने लगे और दोनों के बीच में शारीरिक संबंध भी बने। ये सब शादी का झांसा देकर किया गया। फिलहाल अभियुक्त नेता अमलेंदु चटोपाध्याय को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस मामले की सघन जांच कर रही है।