कानपुर : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कहा कि देश में बनने वाली सरकार का रास्ता एक बार फिर से लखनऊ से होकर गुजरने वाला है। इसके चलते भाजपा यूपी में इस बार 74 सीट जीतने के संकल्प के साथ काम कर रही है। साल 2014 में चुनाव अभियान की शुरुआत कानपुर से की गई थी और आज फिर से शुरुआत कानपुर से होने जा रही है।लिहाजा, उत्तर प्रदेश में भाजपा की लोकप्रियता से सपा और बसपा में गठबंधन हुआ है। यह भी सुनने में आ रहा है कि अभी और इसमें पार्टियां भागीदार होंगी। लेकिन भाजपा को इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
अमित शाह कानपुर में बुधवार को बूथ सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ताओं से जब भी मिलता हूं, आनंदित हो जाता हूं, यूपी के कार्यकर्ताओं की शक्ति और हौसले को जानता हूं। हमारे कार्यकर्ता गठबंधन करने वालों को जमीन पर लाने को तैयार बैठा है। आगे कहा कि महागठबंधन के भ्रम में कोई भी कार्यकर्ता और पदाधिकारी न रहे, यह गठबंधन नेताओं का है न कि जनता का। इससे तय है कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा की ही सरकार बनने वाली है।
भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता और पीएम मोदी की लोकप्रियता को रोकने के लिए प्रदेश में गठबंधन बना। विधानसभा चुनाव के समय भी दो लड़के साथ आए थे, लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत से हम 325 सीट लाए। पूरा जीवन अपराध और भ्रष्टाचार करने वाल व यूपी को पीछे ले जाने वालों का यह गठबंधन है। अभी तो दो साथ हैं, दो और बाकी हैं। लेकिन इससे उत्तर प्रदेश की राजनीति में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है, क्योंकि प्रदेश की जनता विकास यानी भाजपा के साथ है। इससे नरेन्द्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने पर यह गठबंधन किसी भी प्रकार से रोड़ा नहीं बनने वाला है।