नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है, लेकिन उससे पहले ही भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से चुनाव के तारीख का ऐलान कर दिया।
आपको बता दें कि मंगलवार सुबह 11 बजे दिल्ली में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयुक्त ओपी रावत चुनावों के बारे में जानकारी दे रहे थे, लेकिन उन्होंने तारीखों की घोषणा भी नहीं की थी, कि इसी बीच अमित मालवीय ने ट्वीट कर दिया। मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा कि कर्नाटक में 12 मई 2018 को वोटिंग होगी और 18 मई 2018 को काउंटिंग होगी। अमित मालवीय के ट्वीट को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ये सूचना कैसे लीक हुई इसकी जांच होगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई भी होगी। हालांकि हंगामा मचने के तुरंत बाद अमित मालवीय ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने इस मामले पर चुनाव आयोग और भाजपा से सवाल पूछा है कि आखिर तारीखों की घोषणा से पहले यह सूचना अमित मालवीय के पास कैसे पहुंची। बहरहाल ऐसे में अब देखना होगा कि इस गंभीर मामले पर चुनाव आयोग क्या कार्रवाई करता है।
भाजपा ने चुनाव आयोग से पहले ही कर्नाटक के चुनावों की तारीखों का ऐलान किया।
चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को ये सीधी चुनौती है।प्रश्न यह है-
1.क्या संवैधानिक संस्थाओं का डेटा भी भाजपा चुरा रही है?
2. क्या चुनाव आयोग श्री अमित शाह को नोटिस देगा और भाजपा के IT सेल पर FIR दर्ज करवाएगा? pic.twitter.com/mmzTjIAQqW— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 27, 2018