देहरादून: बीमारी जब लाइलाज हो जाती है, तब वो आदमी को पूरी तरह मानसिक और शाररिक रूप से तोड़कर रख देती है। ऐसा लखीबाग निवासी मनीष आनंद के साथ हुआ। बीमारी ने उसे परेशान किया तो, उसका दर्द भूलने के लिए शराब पीने लगा। शराब का आदी बना, तो बीमारी भी और तेजी से उसे जकड़ने लगी। आखिरकार उसने शराब के साथ जहर खाकर मौत को गला लगा लिया। मनीष आनदं पुलिस को बेहाशी की हालत में मिला, बाद में अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया।
मृतक के भतीजे हरीश ने बताया कि उसके चाचा बीमार थे। शराब बहुत ज्यादा पीते थे। डाॅक्टर ने शराब छोड़ने की सलाह दी थी, लेकिन वो नहीं माने। मृतक के भतीजे हरीश ने बताया कि कल ही उसके चाचा उसके पास आए और अपना मोबाइल, 14000 और एक्टिवा की चाबी उसको दी। मृतक एक्टिवा की डिग्गी में से 1 सीसी निकाल कर ले जाने लगा। हरीश ने देखा वह जहर की शीशी है तो उसने अपने चाचा से मना किया और पूरी घटना पिताजी को बताई। उसके पिता ने आकर उसे वापस घर लेकर गए। कुछ देर बातद मृतक अपनी दाढ़ी बनवाने की बात कहकर अपने भतीजे हरीश के साथ गया। मगर दाढ़ी बनवाने के बाद दुकान से अचानक कहीं चला गया। परिजनों लगातार उसकी तलाश कर रहे थे। मृतक के दोस्तों के अनुसार मृतक मानसिक तनाव में था।