बिहार:लगातार अफवाओं में रहने वाले बिहार के शिक्षा विभाग को लेकर मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने स्कूलों का अच्छा रिजल्ट न देने वाले स्कूल के शिक्षकों के खिलाफ कड़ा रूख अपनाने का मन बना लिया हैं।
बिहार शिक्षा विभाग से तो सभी वाकिफ हैं। हर साल बोर्ड परीक्षाओं के दौरान सुर्खियों में रहने के बाद बिहार सरकार ने 50 साल से अधिक उम्र के शिक्षकों को रिटायर करने को कहा है। हालांकि रिटार्यड वही शिक्षक होगें जिनके स्कूलों का रिजल्ट जीरो रहा है।
हैलो उत्तराखंड से बात करते हुए बिहार मुख्य शिक्षा सचिव विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इसके लिए स्क्रीनिंग कमेटी बनाई जायेगी जो स्कूलों का प्रफॉरमैंस देखेगा और यदि उस स्कूल का रिजल्ट जीरो रहा तो उसके शिक्षकों को जल्द ही रिटार्यर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह निणर्य इस लिए लिया गया है क्यूंकि इस साल इंटर की परीक्षा में एक भी बच्चा पास नहीं हुआ है ऐसे स्कूलों की संख्या 250 से अधिक है। जो काफी चिंता का विषय है।
जिस प्रकार बिहार सरकार ने प्रदेश की शिक्षा स्तिथि को बढ़ाने के लिए यह तरकीब निकाली है उसी प्रकार उत्तराखंड सरकार को भी यही रुख अपनाना चाहिए, क्यूंकि उत्तराखंड राज्य में भी कई ऐसे स्कूल है जिनका रिजल्ट जीरो रहा है।
गौरतलब है कि बिहार शिक्षा बोर्ड हर साल सुर्खियों में किसी न किसी कारण से बना ही रहता है। वहीं अब शिक्षा विभाग में किए जा रहे इतने बड़े बदलाव से अब देखना होगा कि क्या बिहार शिक्षा विभाग व प्रणाली में अंतर आता है कि नहीं!