अल्मोड़ा: उत्तरप्रदेश में आंवला के सांसद धर्मेन्द्र कश्यप द्वारा कल जागेश्वर मंदिर के पुजारी व प्रबन्धक के साथ अभद्र व गाली गलोच के आरोप को लेकर जिला प्रशाशन ने आज आंवला सांसद धर्मेन्द्र कश्यप व अन्य लोगों के खिलाफ धारा 504 एवं 188 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
जागेश्वर मंदिर समिति के प्रबंधक द्वारा इस मामले में तहरीर के आधार पर यह मुकदमा दर्ज किया गया है। हैलो उत्तराखण्ड न्यूज़ के साथ बात करते हुए SDM जागेश्वर मोनिका ने इस की जानकारी दी है। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में 1860 से राजस्व पुलिस व्यवस्था चल रही है। प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए 1860 में अंग्रेजों ने पर्वतीय क्षेत्र में छोटी बड़ी पट्टियों को मिलाकर पटवारी सर्किल बनाए। यहां पटवारी व कानूनगो को पुलिस के समान अधिकार दिए गए हैं। इसके तहत ये आपराधिक मामलों में मुकदमा दर्ज करने के साथ ही गिरफ्तारी भी कर सकते हैं। राजस्व क्षेत्र होने के कारण यह मुकदमा राजस्व पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है।
सांसद धर्मेन्द्र कश्यप पर आरोप है कि उनके द्वारा कल जागेश्वर मंदिर के दर्शन हेतु पुजारी व प्रबन्धक के साथ अभद्र व गाली गलोच किया गया, जिसके बाद इस मामले के तूल पकड़ने से यह कारवाही की गई है। आप को बतादें कि श्रावण मास में जागेश्वर धाम मंदिर में उत्तरप्रदेश में आंवला के सांसद धर्मेन्द्र कश्यप शनिवार शाम मंदिर परिसर में दर्शन हेतु आये। आरोप है कि मंदिर बंद करने का समय होने के बावजूद सांसद धर्मेन्द्र कश्यप ने मंदिर परिसर में जाने की कोशिश की। जिसकात बाद माहौल गरमा गया।
पुजारियों ने इस मामले को देश दुनिया की आस्था से जुड़े सुप्रसिद्ध जागेश्वरधाम का अपमान करार देते हुए कहा कि सांसद धर्मेन्द्र कश्यप क्षमायाचना करें। पुजारियों ने राज्य व केंद्र सरकार से भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है।