देहरादून: हेली सेवा टेंडर को लेकर सरकार पर तमाम सवाल उठे, लेकिन सरकार ने अधिकारियों की मनमानी के चलते किसी की बात पर ध्यान न देकर टेंडर जारी कर दिए। टेंडर में केदारनाथ के लिए तीन अलग-अलग जगहों से टिकट के रेट भी तय किए। फाटा से केदारनाथ के लिए 7300 का टिकट है, लेकिन कई वेबसाइट धाम के लिए सरकारी रेट से कई अधिक दामों पर टिकट बेच रहे हैं। हेलीकाॅप्टर बाबा नाम की एक वेबसाइट खुले आम अपनी वेबसाइट पर केदारनाथ के लिए 9999 यानी पूरे 10 हजार रुपये का टिकट बेच रही है। इसमें अगर जीएसटी जोड़ दिया जाए, तो टिकट की कीमट करीब 11800 हजार पहुंच जाती है। यह सब खुले आम हो रहा है। बावजूद इसके सस्ती हवाई सेवा का दावा करने वाला यूकाडा और सरकार आंखें बंद कर बैठे हैं। जिसका नुकसान यात्रियों को उठाना पड़ रहा है।
दिल्ली से चलने वाली वेबसाइट हेलीकाॅप्टर बाबा अपने कवर पेज पर खुलेआम केदारनाथ टिकट 9999 यानि 10000 रुपये। इसके साथ 18 प्रतिशत जीएसटी भी टिकट बुक कराने के लिए देना होगा। इस हिसाब से देखा जाए तो टिकट करीब 11800 जहार तक का पड़ेगा, जबकि सरकारी रेट के अनुसार टिकट की कीमत 7300 है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ब्लैक में टिकट बेचने वालों पर कार्रवाई के निर्देश पहले से ही दिए हुए हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि उनके आदेशों को यूकाडा के अधिकारियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। यूकाडा के अधिकारी टेंडर से लेकर टिकटों ब्लैकमेलिंग तक सरकार की किरकिरी कराने में जुटे हैं। इसके बाद भी सरकार की चुप है। इससे प्रदेश में हवाई सेवा के जरिए केदारनाथा धाम के दर्शन करने वालों यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों टिकट के लिए अतिरिक्त भुगतान करना पड़ रहा है। ऐसे ही कई दूसरी वेबसाइटें भी सरकारी रेट से अधिक दामों पर हवाई सेवा के टिकट बेच रही हैं।