देहरादून: उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा उषा नेगी ने पुलिस और स्वास्थ्य महकमे से शिकायत की है कि, सोशल मीडिया और यूट्यूब पर कई ऐसे वीडियो के जरिए जानकारी दी जा रही है, जिसमें गर्भ में पल रहे बच्चों के लिंग की जांच के तरीके बताए जा रहे हैं। आयोग को मिली एक शिकायत के आधार पर उन्होंने मामले से अवगत कराया है।
उन्होंने शिकायत की है कि इस तरह की वीडियो से भ्रूण हत्या जैसी त्रासदी सामने आ रही है और कई राज्यों में लिंग अनुपात असामान्य हो रहा है जबकि, भारत सरकार द्वारा ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ ‘जननी सुरक्षा’ आदि योजनाएं चलाकर भ्रूण हत्या जैसे अपराधों को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने ऐसी जानकारियों को प्रतिबंध करने के साथ ही कार्यवाही करने के लिए भी कहा है। इसके लिए आयोग द्वारा ऐसी ही कुछ वीडियो के वेब एड्रेस भी उपलब्ध कराए गए हैं।