अहमदाबाद: 14 दिनों से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हार्दिक पटेल की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसानों की कर्जमाफी और पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर हार्दिक पटेल भूख हड़ताल पर बैठे हैं। हार्दिक पटेल ने अहमदाबाद के नजदीक अपने फार्महाऊस पर 25 अगस्त को ये हड़ताल शुरु की थी। अस्पताल में ले जाने से पहले डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती होने और अनशन तोड़ने की सलाह दी थी।
हार्दिक ने कहा था कि अगर मेरी मौत भी हो जाएगी तो बीजेपी को क्या फर्क पड़ेगा। हार्दिक ने कहा था कि अब तक बीजेपी की तरफ से कोई बात नहीं की गई है। 13 दिन के अनशन के बाद भी भाजपा वालों ने अभी तक किसानों एवं सबसे बड़े पटेल समुदाय के बारे कुछ नहीं सोचा और ना ही कुछ बात कही है। हार्दिक की तबीयत बिगड़ने से उनके समर्थक खासे नाराज हैं। उनका आरोप है कि भाजपा सरकार हार्दिक को मार डालना चाहती है। अगर सरकार ने कुछ नहीं किया, तो पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन किया जाएगा।
हार्दिक पटेल के पाटीदारों के लिए आरक्षण और किसानों की कर्जमाफी आंदोलन में कांग्रेस को समर्थन है। पूरे मामले में कांग्रेस हार्दिक पटेल के साथ खड़ी नजर आ रही है। साथ ही भाजपा के असंतुष्ट नेता भी हार्दिक को समर्थन का एलान कर चुके हैं। शत्रुघन सिन्हा और यशवंत सिन्हा ने गुजरात जाकर हार्दिक पटेल को अपना समर्थन दिया था। उन्होंने कहा था कि वे इस आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर लेकर जाएंगे।