दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से अलीगढ़ की चार बार सांसद रह चुकीं शीला गौतम का कल देर रात निधन हो गया। 88 वर्षीया शीला गौतम करीब छह महीने से बीमार चल रही थीं। सांस में तकलीफ के कारण उनको दिल्ली में पीएसआरआई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। कल देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना से अलीगढ़ में शोक की लहर दौड़ गयी। उनके निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शोक व्यक्त किया है। आज यहां जारी एक शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा शीला गौतम एक अत्यन्त लोकप्रिय जनप्रतिनिधि थीं। उन्होंने लोक सभा में चार बार अलीगढ़ संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। वह हमेशा अपने क्षेत्र के विकास के लिए तत्पर रहती थीं। गरीब और असहाय जनता की समस्याओं के समाधान के लिए वे हमेशा संघर्षशील रहीं। उनके निधन से जनता ने अपना एक सच्चा हितैषी खो दिया है। उनकी कमी की भरपाई नहीं की जा सकती उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए गौतम के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है।
शीला गौतम का पार्थिव शरीर अभी दिल्ली स्थिति उनके आवास पर है। सोमवार को दिल्ली में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। गौरतलब है कि शीला गौतम की तबीयत अधिक खराब होने पर उनको 16 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गौतम ने शुरुआती दौर में काफी संघर्ष किया। उन्होंने स्लीपवेल व शीला फोम नामक कंपनी की स्थापना की, वह देशभर में प्रसिद्घ स्लीपवैल कंपनी की चेयरपर्सन थीं। शीला गौतम 1980 में राजनीति में आ गईं। वह पहले कांग्रेस में थीं, 1991 में वह भाजपा में आ गईं और पहली बार सांसद बनीं। वह 10वीं, 11वीं, 12वीं और 13वीं लोकसभा में सांसद रहीं। शीला गौतम अपने पीछे पुत्र राहुल गौतम, पुत्रवधु नमिता गौतम व पुत्री राजुल गौतम समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गई हैं।