वाशिंगटन: भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध छिड़ने पर करीब 12.5 करोड़ लोग मारे जाएंगे, वहीं इससे निकले विकिरण से एक दशक तक वैश्विक वायुमंडलीय तबाही जारी रहेगी। सके बाद वैश्विक व्यापक भुखमरी फैल सकती है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से लेकर सेनाध्यक्ष और कई मंत्री तक भारत को परमाणु युद्ध की धमकी दे चुके हैं। इमरान खान ने तो हाल में ही हुई संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से भारत को परमाणु युद्ध की गीदड़ भभकी दी थी।
बुधवार को प्रकाशित साइंस एडवांस के एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इससे सूर्य के प्रकाश में 20 से 35 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। जिससे धरती का तापमान दो से पांच डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है। इससे धरती पर हिमयुग आ सकता है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि परमाणु युद्ध के हालात में अगर भारत और पाकिस्तान अपने पूरे परमाणु जखीरे का प्रयोग करते हैं तो इनके विस्फोटों से पैदा हुई आग और धुआं 16 से 36 मिलियन टन कालिख छोड़ सकता है। यह कालिख पूरे वातावरण में फैल सकती है जिसके गंभीर परिणाम होंगे। यह कालिख ऊपरी वायुमंडल में फैलकर सोलर रेडिएशन को रोक सकती है। यह सौर विकिरण को अवशोषित कर पृथ्वी की हवा को गर्म कर देगी जिससे धुआं घुटन पैदा करेगा। अध्ययन में कहा गया है कि इन सभी प्रभावों से उबरने में दस साल से अधिक समय लगेगा क्योंकि धुआं ऊपरी वातावरण में मौजूद होगा।
रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के मुद्दे के कारण पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी भारत में हमला तेज कर सकते हैं, जिनका निशाना भारत की संसद तक हो सकता है और 2025 में ये मामला पूरी तरह चरम पर जा सकता है। जिसके कारण भारत-पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई करेगा, जिसकी क्षमता पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) तक होगी, यही लड़ाई दोनों देशों में सबसे बड़े युद्ध की वजह बनेगी।
इसके अनुसार भारत और पाकिस्तान के पास अभी करीब 150 परमाणु हथियार हैं, लेकिन 2025 तक इनकी गिनती 200 को पार कर जाएगी। यानी दोनों देशों के पास हथियारों की संख्या 400-500 हो सकती है।
इस रिपोर्ट में इस दौरान फरवरी में दोनों देशों के बीच हुई आर-पार की लड़ाई का भी जिक्र है, जब भारत के द्वारा पाकिस्तान में की गई एयरस्ट्राइक से तबाही मची थी और पाकिस्तान के लड़ाकू विमान भारत में आ गए थे।
माना जाता है कि भारत के पास कुल 110 और पाकिस्तान के पास 130 परमाणु हथियार हैं। हालांकि, पाकिस्तान तेजी से अपनी परमाणु हथियारों की क्षमता को बढ़ा रहा है।