चेन्नई: सर्जिकल स्ट्राइक के दो साल पूरे होने के मौके पर भारत ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है। चेन्नई में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तान को भारत का जवाब था। उन्होंने साफ कहा कि भले ही पाकिस्तान ने इससे सबक सीखा हो या नहीं, सीमा पर हमारी कार्यवाही जारी रहेगी। पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए रक्षा मंत्री कहा कि आतंकियों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण दिया जाता है। सीमा पार से हो रही आतंकी घटनाओं को पाकिस्तान का समर्थन हासिल है। उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे भरोसा है कि इस तरह की कार्रवाई (सर्जिकल स्ट्राइक) पाकिस्तान को आतंकियों को प्रशिक्षण देने और उन्हें इस पार भेजने से रोकेगी। वैसे सीमा पर हमारी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी चाहे वे सबक सीख चुके हों या नहीं।’ इसके अलावा रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि उन्हें भरोसा है कि इस तरह की कार्यवाही से पाकिस्तान आतंकियों को प्रशिक्षण देने और उन्हें सीमा के इस पार भेजने से बाज आएगा।
इस दौरान राफेल डील को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री ने कांग्रेस को निशाने पर लिया। कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि यूपीए के समय में मंत्रालय दलालों और बिचौलियों की मदद से चला करते थे लेकिन हमारी एनडीए सरकार में ऐसा नहीं है।
आपको बता दें कि रक्षा मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब एक दिन पहले ही यूपी के मुजफ्फरनगर में एक कार्यक्रम के दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक की तरह ही पाकिस्तान पर हाल में बड़ी कार्यवाही की है।
आपको बता दें कि उरी हमले में 17 जवानों के शहीद होने के बाद 28-29 सितंबर 2016 को भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। अब दो साल बाद सरकार इसे पराक्रम पर्व के तौर पर मना रही है। निर्मला सीतारमण ने साफ कहा कि उरी के आतंकियों को पाकिस्तान का समर्थन हासिल था।