रानीखेत: सैन्य क्षेत्र चैबटिया के जंगल में बसे गांव के घरों में पनाह लिए हुए 4 टेरेरिस्ट को भारत की 15-गढवाल रेजीमेंट और अमेरिका की सैन्य टूकड़ी ने युद्धाभ्यास के दौरान कोरडन एंड सर्च ऑपरेशन कर वारदात को अंजाम देने के लिए छिपे आंतकवादियों को ढूंढ निकालकर उनको खत्म करने का सफल युद्धाभ्यास किया। दोनों देशाों की सैनिक टुकड़ी ने एक-दूसरे की टैकनिक व हथियारों को साझा किया। हथियार चलाने की जानकारी भी एक दूसरे को दी। भारत के ले. जनरल जे.के. शर्मा और अमेरिका के सैन्य अधिकारी विलियम ग्राहम ने पूरे कार्यक्रम का निरिक्षण किया।
चैबटिया गांव में 4 टेरेरिस्ट छिपे होने की खबर मिलती है। सैनिक टुकड़ियों के द्वारा पूरे गांव को घेर लिया। गांव को घेरने के बाद ग्रामीणों से पूछताछ की गई, लेकिन किसीने कुछ जानकारी नहीं दी। किसी तरह एक महिला ने सेना के जवानों को इस बात की जानकारी दी कि गांव में एक घर में आतंकी छुपे हुए हैं। सूचना मिलते ही दोनों देशों की सेना के जावानों ने सर्च करना शुरू कर दिया। पहले मकान में कोई आतंकी नहीं मिला, लेकिन, दूसरे मकान में 2 टेरेरिस्ट मिल गए। जिनको सेना ने मार गिराया। दो आतंकी घर से भागने में तो कामयाब हो गए, लेकिन गांव को घेर चुकी सेना की टुकड़ी उन दोनों को भी भी ढेर कर दिया।
भारत के ले. जनरल जेके शर्मा ने बताया कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच अच्छा तालमेल चल रहा है। जवान प्रशिक्षण को पूरी गंभीरता से और इमानदारी से कर रहे हैं। साथ ही युद्धाभ्यास को भी बिल्कुल उसी रूप में किया जा रहा है, जिस तरह अक्सर घटनाएं सामने आती हैं। यह दोनों के देशों की सेनाओं के लिए अच्छा मौका है। एक-दूसरे की तकनीक सीखने और आॅपरेशन को अंजाम देने के लिए इससे बेहतर मौका और क्या हो सकता है।