भारत-पाक संबंधों में तनाव दूर करने के लिए चीन ने जाहिर की इच्छा

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पाकिस्तान में नई सरकार बनते ही भारत-पाकिस्तान के रिश्ते में सकारात्मक और रचनात्मक भूमिका निभाने को लिए चीन आगे आय है। दरअसल चीन ने कहा है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को सहज बनाने के लिए एक रचनात्मक भूमिका निभाने का इच्छुक है। चीन ने द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान की ‘सकारात्मक’ टिप्पणियों का भी स्वागत किया है। जानकारी के मुताबिक चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में सुधार क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।

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लु कांग ने कहा कि दक्षिण एशिया में पाकिस्तान और भारत, दोनों ही महत्वपूर्ण देश हैं। पाकिस्तान और भारत के एक साझा पड़ोसी होने के नाते चीन दोनों पक्षों द्वारा वार्ता के जरिए पारस्परिक विश्वास बढ़ाने और अपने मतभेदों को उचित तरीके से दूर करने का दृढ़ता से समर्थन करता है।’’ चीन को उम्मीद है कि दोनों देश साथ में क्षेत्रीय शांति और विकास बनाए रखने को प्रतिबद्ध रहेंगे। चीन इसमें अहम भूमिका निभाने को तैयार है। उन्होंने कहा, ‘लगातार संबंधों को बेहतर करना और क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के लिए संयुक्त रूप से काम करना बेशक दोनों देशों के लिए एक अच्छी चीज है। ‘भारत के सैन्य ठिकानों पर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के हमलों के बाद जनवरी 2016 से भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध सहज नहीं हैं। भारत ने ये स्पष्ट किया है कि वो पाकिस्तान के साथ वार्ता नहीं करेगा क्योंकि आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकती।

हालांकि भारत ने ये भी कहा है कि वह पाकिस्तान से सिर्फ द्विपक्षीय वार्ता करने को तैयार है, जिसमें चीन सहित किसी अन्य राष्ट्र का कोई हस्तक्षेप नहीं हो। गौरतलब है कि 20 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खान को एक पत्र भेज कर इस बात से अवगत कराया था कि पाकिस्तान के साथ भारत रचनात्मक और सार्थक वार्ता की उम्मीद करता है।

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