पटना: पटना एम्स प्रबंधन की ओर से मुकदमा दर्ज होने के बाद जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि ये डॉक्टर या एम्स प्रबंधन ने नहीं बल्कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर मामला दर्ज कराया गया हैं। कन्हैया ने कहा कि अगर सरकार और अस्पताल प्रबंधन चाहे तो मामले की जांच सीबीआई या न्यायिक जांच करा सकती है। क्योंकि राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार हैं ।
कन्हैया ने कहा कि भाजपा नेताओं पर अस्पताल के वार्ड में प्रवेश को लेकर एक बहस को तूल दिए जाने पर कहना था कि मेरे साथ पांच सुरक्षाकर्मी थे उनके साथ पूछताछ कर ले और दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा। देखिए कैसे भाजपा के उप मुख्य मंत्री सुशील मोदी इस मामले पर ट्वीट कर रहे थे, लेकिन मोदी को बिहार का एक इन्स्पेक्टर अपने काम पर अपराधियों के साथ मुकाबला करते हुए शहीद हुआ आपने कोई संवेदना संदेश या ट्वीट देखा।
कन्हैया ने कहा कि डॉक्टर भगवान के रूप होते हैं उनसे मेरा आग्रह है कि वो राजनीतिक मोहरा ना बनें। कन्हैया ने कहा कि भाजपा ने इससे पहले उन्होंने जैसे दिल्ली में वकीलों को मेरे खिलाफ भड़काया। वैसे ही एक स्वायत्त संस्थान एम्स में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री का अति सक्रियता केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर था।
कन्हैया फिलहाल बेगुसराय में पार्टी के कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं और उनका कहना है कि उस दिन बहस जरूर हुई थी, लेकिन किसी के साथ हाथापाई या गाली गलोज जैसी कोई बात नहीं हुई। संस्थान के लोगों पर इस प्राथमिकी के लिए दबाव डाला गया। कन्हैया ने कहा कि दिल्ली में मेरे खिलाफ सब तरह की तिकड़म के बावजूद मुंह की खानी पड़ी और अब यहां चुनाव के मद्देनजर ये साजिश रची गयी है। यहां भी कैसे इन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ेगा।