नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर और वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। दरअसल बिहार में भाजपा ने जदयू के साथ और रामविलास की पार्टी लोजपा के साथ गठबंधन किया है। बिहार में गठबंधन में सीटों का बंटवारा हुआ और शाहनवाज हुसैन की सीट भागलपुर जदयू के खाते में चली गई है। भागलपुर सीट जदयू में जाने के बाद आखिरकार पहली बार हुसैन ने अपना दर्द ट्विटर पर बयां किया है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा है कि जदयू की वजह से मेरी सीट चली गई।
शाहनवाज हुसैन ने ट्वीट करके लिखा है कि मैं इस बार भागलपुर से चुनाव नहीं लड़ूंगा। बिहार में एनडीए गठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने मेरी सीट समेत 6 सीटें ले ली हैं जहां पर मौजूदा भाजपा सांसद हैं। हालांकि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा लेकिन पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करूंगा। बता दें कि पिछली बार शाहनवाज हुसैन भागलपुर से चुनाव हार गए थे। जिसके बाद यह सीट इस बार जदयू के खाते में गई है, जिसे लेकर शाहनवाज हुसैन का दर्द छलका है।
शाहनवाज हुसैन ने कई ट्वीट करके अपना दर्द बयां किया। उन्होंने लिखा कि भागलपुर के लोगों ने जो प्यार और स्नेह मुझे दिया उसे मैं कभी भूल नहीं सकता हूं। मैं हमेशा भागलपुर के लोगों के साथ खड़ा रहा और आगे भी हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा। मेरी पार्टी ने मुझपर हमेशा भरोसा किया और 6 बार लोकसभा चुनाव में मुझे यहां से टिकट दिया। इस बार शायद मैं चुनाव नहीं लड़ूं लेकिन नरेंद्र मोदी जी को इस महान देश का एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा। हालांकि हुसैन ने यह साफ किया है कि भारतीय जनता पार्टी पर अब भी उनका पूरा भरोसा बरकरार है। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता जिसमे पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल हैं वह मुझपर पूरा भरोसा करते हैं। बता दें कि बिहार में भाजपा, जदयू और लोजपा ने 39 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। जिसमे गिरिराज सिंह को बेगूसराय से टिकट दिया गया है। हालांकि वह नेवादा से मौजूदा सांसद हैं और अपनी सीट बदले जाने से वह नाराज हैं।