जिले में बैंक अधिकारियों की कार्यप्रणाली और व्यवहार को लेकर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जतायी। बैंक लंबे समय से समाज कल्याण, उद्योग विभाग और खादी ग्रामोद्योग की योजनाओं के तहत मिलने वाले आवेदनों को बिना कारण बताये निरस्त करने की शिकायतें मिल रही हैं। लगातार शिकायतें मिलने के बाद डीएम ने बैंकर्स की मिटिंग बुलाई। मीटिंग के दौरान आवेदकों की अधिकांश शिकायतें सही पायी गयी। डीएम ने एक-एक कर बैंक प्रबंधकों से आवेदनों को बिना कारण के निरस्त करने का कारण पूछा, जिस पर अधिकारी कोई जवाब नहीं दे सके।
उद्योग विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, बैंक अधिकारी कई बार आवेदकों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते, जिससे बेरोजगारों को ऋण लेकर काम करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बैठक में खादी ग्रामोद्योग और उद्योग विभाग से योजनाओं के तहत ऋण की अनुदान राशि का भुगतान समय पर ना करने की भी शिकायतें मिली। जिस पर डीएम भड़क गयी। डीएम नाराज होकर बैठक से चली गयी। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को खराब परफारमेंश वाले बैंक अधिकारियों को नोटिस भेजने के निर्देश भी दिये।