रुद्रप्रयाग: जिले के सबसे बडे विकासखण्ड अगस्त्यमुनि की बीडीसी बैठक बुधवार को हंगामें के बीच सम्पन्न हुई। बैठक में जहां अधिकांश अधिकारियों के ना पहुंचने पर सदस्यों ने नाराजगी जताई तो वहीँ मनरेगा में भुगतान ना होने पर सदस्यों ने जमकर हंगामा काटा। जिलाधिकारी की मौजूदगी में आयोजित बैठक में सदस्यों ने बिजली, पानी, स्वास्थ्य, मनरेगा, सडक, सिंचाई, ग्राम्य विकास समेत कई विभागों से जुडी समस्याओं को सदन के पटल पर रखा, जिनका जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा जवाब दिया गया।
वहीं कई अधिकारियों के बैठक में उपस्थित न होने पर उनके विरुद्ध प्रतिकूल प्रविष्ठी दर्ज करने की शिफारिशें की गयी। बैठक को सम्बोधित करते हुए ब्लॉक प्रमुख जगमोहन सिंह रौथाण ने कहा कि जनप्रतिनिधि जनता की समस्याओं को लेकर सदन में आवाज उठाते हैं और ऐसे में अधिकारियों को चाहिए कि सदन की गरिमा रखते हुए जनप्रतिनिधियों के सवालों का समय रहते निराकरण किया जाय। उन्होंने कहा कि सदन में आए प्रस्तावों को अधिकारी गम्भीरता से लें। साथ ही उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि प्रस्तावों पर कार्यवाही नहीं होती है तो सम्बन्धित अधिकारियों के विरुद्व कार्यवाही के लिए शासन को लिखा जायेगा। वहीं मुख्य विकास अधिकारी डॉ. डी.आर.जोशी ने कहा कि भारत सरकार के नियमों के अनुसार अब मनरेगा को अन्य विभागों से भी जोडा जा रहा है और इसे व्यापक स्वरुप दिया जा रहा है। ऐसे में ग्राम प्रधानों को भी पूरी जानकारी हासिल करनी चाहिए, जिससे आने वाले दिनों में उन्हें विकास कार्यों के सम्पादन में कोई दिक्कतें ना हो।