मसूरी: पुलिस द्वारा बैरियर कर्मचारियों की गिरफ्तारी का मामला थमने का नाम नही ले रहा। आक्रोशित नगर पालिका कर्मचारियों ने पुलिस के खिलाफ जुलूस निकालकर कचहरी परिसर में धरना प्रर्दशन किया। वहीं उपजिलाधिकारी को ज्ञापन भी दिया। कर्मचारियों के हडताल पर जाने से मसूरी में जगह जगह गंदगी का अम्वार लगा है। वहीं बैरियर खुला होने से मालरोड पर वाहनों का जमवाडा भी लगा है।
पहाडों की रानी मसूरी में सोमवार शाम के समय पिक्चर पैलेश बैरियर पर बैरियर कर्मचारियों और पर्यटकों के बीच जमकर हाथापाई हो गई थी। जिसमे वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने पालिका के 3 कर्मियों के साथ ही 3 अन्य बाहरी व्यक्तियों को हिरासत में लिया। जिसके बाद पालिका कर्मचारियों ने पुलिस पर एक तरफा कार्यवाही का आरोप लगाया और हडताल का ऐलान कर दिया।
मंगलवार को कर्मचारी महासंघ के बैनर तल्ले पालिका कर्मियों ने जुलूस निकालकर कचहरी परिसर पंहुचे और धरना प्रर्दशन कर पुलिस के खिलाप जमकर नारे बाजी की है। वहीं जिलाधिकारी के नाम लिखा ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। वहीं कर्मचारियों के हडताल पर जाने से शहर में गंदगी का अम्बार लग चुका है और मालरोड पर वाहनों की आवाजाही बढ गई है। जिससे सैलानियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है।
उपजिलाधिकारी गोपाल राम बेनवाल ने बताया कि बैरियर में कल शाम के समय पालिका कर्मचारियों और पर्यटकों में मारपीट हो गई थी जिसमें पुलिस ने 6 लोगो को हिरासत में लिया इससे आक्रोशित पालिका कर्मियों ने जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन दिया है और पुलिस पर एक तरफा कार्यवाही का आरोप लगाया है।
वहीं कर्मचारी महासंघ मसूरी शाखा के अध्यक्ष महावीर राणा ने कोतवाल भावना कैंथोला पर कर्मचारियों के उत्पीडन का आरोप लगाया और उनके तबादले की मांग की। जबकि मसूरी कोतवाल भावना कैंथोला ने कहा कि पालिका कर्मचारियों ने गलती की है और पर्यटकों के साथ मारपीट की पुलिस ने न्याय संगत कार्यों के साथ कार्यवाही की है।