उत्तरकाशी: जहाँ एक ओर बर्फबारी से किसानों के चेहरे खिल उठे और पर्यटकों के तांते से व्यापारियों का भी मुनाफा बढ़ा तो वहीँ दूसरी ओर बर्फबारी कई परेशानियों का भी सबब बनी हुई है। बर्फबारी से यमुनोत्री हाईवे राड़ी टॉप बंद होने के कारण बड़कोट आईटीआई से पैदल ही अपने घरों के लिए निकले सात छात्र पोल गांव और राड़ी के बीच जंगल में रास्ता भटक गए। इस दौरान एक छात्र की ठंड से तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक, बड़कोट आईटीआई के दीपक, प्रहलाद, सूरज, शुभम, विशाल, राजन और अनुज सेमवाल बड़कोट से अपने घरों के लिए निकले थे। वाहन ना मिलने पर पैदल ही चलने लगे। जंगल के रास्ते में भारी बर्फ बिछी होने के कारण वह रास्ता भटक गए। आसपास आबादी क्षेत्र नहीं होने से उन्हें आश्रय नहीं मिल पाया। कड़ाके की ठंड से उनके साथी अनुज सेमवाल की तबीयत बहुत बिगड़ गई। सूचना पर आपदा प्रबंधन की टीम छात्रों के रेस्क्यू के लिए रवाना हुई, अच्छी बात यह रही कि, फोन पर छात्रों से संपर्क जुड़ा रहा। रात को ही बड़ी मशक्कत के बाद टीम ने सभी लापता छात्रों को ढूंढ लिया, लेकिन अनुज ने बड़कोट अस्पताल में दम तोड़ दिया।