देहरादून: मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने नैनीताल के बलियानाला क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को रोकने के लिए बैठक की। निर्देश दिए कि विशेषज्ञों की राय के अनुसार स्थाई समाधान करें। इस दौरान बैठक में प्रमुख सचिव सिंचाई आनंद बर्धन, अपर सचिव आपदा प्रबंधन सविन बंसल, विभिन्न संस्थानों के विशेषज्ञ, जीएसआई की वरिष्ठ वैज्ञानिक नीतू चौहान, जायका के उप परियोजना निदेशक नीलिमा लक्ष्मी, मुख्य अभियंता जयकुमार शर्मा, विशेषज्ञ तकाशी हारा सहित अन्य विशेषज्ञ उपस्थित थे। बैठक के दौरान सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी ने बताया गया कि क्षेत्र के भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण के लिए 9 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था। समिति में राज्य आपदा प्रबंधन के अलावा जापान के विशेषज्ञ, ज्योग्राफिकल सर्वे ऑफ इंडिया, रिमोट सेंसिंग, जियोलॉजिस्ट, लोक निर्माण और सिंचाई विभाग के इंजीनियर शामिल थे। समिति ने टोपोग्राफिकल सर्व कराने, सुरक्षा संरचना बनाने और सतह पर जल निकासी का सुझाव दिया था।
बैठक में विशेषज्ञों के सुझाव पर भी उनसे चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि वाडिया इंस्टिट्यूट ऑफ हिमालयन, फारेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सिंचाई और लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता के विशेषज्ञ अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट देंगे। बैठक में जायका के जापानी विशेषज्ञों के सुझाव के आधार पर उपचार कार्य करने पर भी विचार विमर्श किया गया। साथ ही यह तय किया गया कि दोनों विकल्पों पर सम्यक विचार करते हुए शीघ्र उपचार कार्य शुरू किया जाय।