देहरादून: दून का बालिका निकेतन हमेशा से सवालों के घेरे में रहा है। अतीत के आइने में देखें तो बच्चियों के उत्पीड़न से लेकर बालिकाओं के भागने तक पिछले पांच सालों ऐसे तमाम घटनाएं घटित हुई हैं, जिनसे बालिका निकेतन की व्यवस्थाओं पर सवालों उठते रहे हैं। वहीँ एक बार फिर शौचालय में संदिग्ध हालात में एक किशोरी मृत पाई गई है, जिससे निकेतन की व्यवस्थाओं पर फिर से सवाल उठ रहे हैं।
मां के कत्ल के आरोप में बालिका निकेतन में बंद किशोरी की बीती रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह बाथरूम में बेहोशी की हालत में मिली। अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों से उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत की वजह पोस्टमार्टम के बाद ही साफ हो पाएगी।
वहीं मामले में गुरुवार को महिला सशक्तिकरण एंव बाल कल्याण मंत्री रेखा आर्य बालिका निकेतन पहुंची और घटना का संज्ञान लिया। इस दौरान रेखा आर्य ने किशोरी की मौत को आत्महत्या मानने से इंकार करते हुए, मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। साथ ही कमेटी को तीन दिन में मामले की जाँच कर रिपोर्ट पेश करने को कहा गया।