बागेश्वर: कहते हैं न हौसला बुलन्द हो तो सब कुछ आसान नजर आने लगता हैं। सागर की भाँति शान्त रहकर मेहनत की और आज सफलता ने शोर मचाकर रख दिया हैं। वर्ल्ड जूनियर आर्मी के पैरा एथलेटिक्स में गरुड़ निवासी सागर थायत ने स्वर्ण पदक जीता है।
दिव्यांग सागर थायत ने पैरा एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतकर क्षेत्र का नाम रोशन किया हैं। सागर का बचपन बहुत संघर्षों के बीच बीता हैं, जिस वक्त वे स्पोर्ट्स कॉलेज में थे उस समय एक घटना में उनके दोनों पाँव निष्क्रिय हो गए, सागर उन सभी के लिए उदाहरण है जो संसाधनों का अभाव कहकर अपने इरादे बदल देते है। सागर ने दिव्यांग होने के बाउजूद हिम्मत नही हारी आज उनकी हिम्मत मेहनत की सराहना पूरा देश प्रदेश कर रहा हैं।