बागेश्वर: जहाँ एक ओर प्रदेश में बर्फ़बारी से पर्यटकों के चेहरे खिले तो वहीं यह ख़राब मौसम कई क्षेत्रों में परेशानी का सबब बन रहा है। बुधवार को दोपहर आकाशीय बिजली की चिंगारी से जूनियर हाईस्कूल जेठाईं के 16 विद्यार्थी, तीन शिक्षक तथा परिचारक झुलस गए। उनके शरीर में फफोले बनने लगे। इससे विद्यालय में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में शिक्षकों ने फोन कर अभिभावकों को बुलाया और बच्चे घर भेज दिए। कुछ बच्चों को उपचार के लिए अस्पताल भी ले जाया गया।
बागेश्वर जिले के कांडा तहसील के राजकीय जूनियर हाईस्कूल जेठाईं रोज की तरह खुला। यहां बच्चों की पढ़ाई शुरू हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोपहर करीब दो बजे कक्षाएं चल रही थी। इसी दौरान आसमान में जोर की आवाज गूंजी। उसकी चकाचौंध से उनके आंख तथा कानों ने काम करना बंद कर दिया। थोड़ी देर में ही क्लास में पढ़ रहे बच्चे रोने लगे और वहां अफरा-तफरी मच गई। होश आने पर उन्होंने देखा कि विद्यालय में पढ़ने वाले 16 विद्यार्थियों के बदन में फफोले तथा लाल रंग के चकत्ते निकलने लगे।
आकाशीय बिजली की चिंगारी से शिक्षकों के अलावा परिचारक भी झुलस गए। इसके बाद परिचारक दहशत में आ गया और उसके पांव ने काम करना बंद कर दिया। करीब आधे घंटे बाद वह चलने लगा। उन्होंने जैसे-तैसे बच्चों को शांत किया।
शिक्षक ने इसके बाद घटना की जानकारी विभागीय अधिकारियों को दी। इधर डीएम रंजना राजगुरु ने बताया कि आकाशीय बिजली से विद्यालय के पीछे लगे एक टावर को नुकसान हुआ है। सभी बच्चे अब सही हैं। डीएम ने बताया कि, इस संबंध में सीएमओ को निर्देश दिये गये हैं कि वह बच्चों के घर-घर जाकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करें। इस मामले को गंभीरता से लिया जाये।