चमोली: चार धामों में सर्वश्रेष्ठ धाम बदरीनाथ के कपाट सोमवार सुबह ब्रहृमवेला में 4:30 बजे पूरे विधी-विधान एवं पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालूओं के लिए खोल दिये गये। इस मौके पर देश-विदेश से आये हजारों श्रदालुओं ने बद्रीविशाल के जयकारे के साथ अखंड ज्योति के दर्शन किये। साथ ही इस दौरान सेना के बैंड की मधुर ध्वनि व संस्कृत विद्मालय के बच्चों द्वारा स्तुतिवादन ने श्रदालुओं के मन को मोह लिया।
मंदिर के कपाट खुलने के समय उद्दव भगवान, कुबेर जी की मूर्तीयों को गर्व गृह में भगवान बद्री विशाल के साथ विराजमान किया गया। साथ ही शीतकाल में छः माह भगवान बद्री विशाल के साथ विराजमान लक्ष्मी जी को गर्वगृह से बाहर लाकर लक्ष्मी मंदिर में विराज मान किया गया। इसी के साथ बदरीनाथ धाम के कपाट आम श्रद्धालूओं के लिए खोल दिए गए। इसके अलावा शीतकाल में भगवान बद्रीविशाल व लक्ष्मी जी को उढाया गया ध्रीत कम्बल श्रद्धालूओं के लिए प्रसाद के रूप में दिया गया।