देहरादून : महिम वर्मा को बीसीसीआई में उपाध्यक्ष पद की बड़ी जिम्मेदारी मिलने के पीछे सबसे बड़ी भूमिका उनके पिता पीसी वर्मा की रही है। महिम के पिता पीसी वर्मा पिछले 40 वर्षों से उत्तराखंड में क्रिकेट के भविष्य को लेकर जुटे रहे और उनकी इस कड़ी मेहनत को सबने खूब सराहा है । खुद गृह मंत्री अमित शाह ने भी इनकी मेहनत को सराहा है । और यही वजह रही कि पीसी वर्मा के बेटे महिम वर्मा को तोहफा मिला है। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) में सचिव पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद अब महिम बीसीसीआई में उपाध्यक्ष पद की बड़ी जिम्मेदारी संभालेंगे। बीसीसीआई में बड़ी जिम्मेदारी संभालने वाले महिम वर्मा उत्तराखंड के पहले व्यक्ति बन गए हैं। सौरभ गांगुली के अध्यक्ष बनने के बाद अब वे उनके साथ नई पारी की शुरुआत करेंगे।
2019 उत्तराखंड के लिए रहा शानदार
बीते ढाई साल में उत्तराखंड क्रिकेट के हक में लगातार तीन बड़े फैसले हुए हैं। इनसे सीधे-सीधे प्रदेश की क्रिकेट प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलता आ रहा है । सबसे पहले उत्तराखंड की क्रिकेट टीम को बीसीसीआई से मान्यता मिली।
कुछ ही महीने पहले वर्षों से मान्यता पर लटका फैसला भी सुलझा और सीएयू को क्रिकेट संचालन की जिम्मेदारी मिली। और अब बीसीसीआई में उपाध्यक्ष के रूप में बड़ी जिम्मेदारी मिलने से साफ है कि प्रदेश के हक में फैसले हो सकेंगे।
महीम की मेहनत को बीसीसीआई ने किया सलाम
राजधानी देहरादून में पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी की मेजबानी करने जा रही क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) का प्रदर्शन अभी तक संतोषजनक रहा है। बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना भी महिम वर्मा के कार्यों को अच्छा बता चुके हैं।