जम्मू कश्मीर: जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने और केन्द्रशासित प्रदेश बनने से घाटी के हालात भी बदलते दिख रहे हैं। आतंकी घटनाओं और पत्थरबाजों से जूझ रहा कश्मीर अब सामान्य की ओर बढ़ रहा है। इसकी एक और झलक तब दिखी जब यहाँ के लोगों के हाथों में ‘कश्मीर की आजादी’ की जगह ‘आतंकवाद से आजादी’ के पोस्टर दिखे। हालाँकि इससे पहले कश्मीर की आजादी की मांग करने वाले पोस्टर आम हो चले थे, लेकिन इस तरह के पोस्टर से घाटी का अनुमान लगाया जा सकता है। जो बदलते भारत के स्वरुप का प्रतीक माना जा सकता है।
बता दें कि, जम्मू-कश्मीर से 370 हटने के बाद हाल ही में वहां के हालात का जायजा लेने 15 देशों के राजनयिक पहुंचे। जहाँ उन्होंने जगती माइग्रेंट टाउनशिप में विस्थापित कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की थी। इस दौरान कश्मीरी पंडितों ने ‘कश्मीर को इस्लामिक आतंकवाद से आजादी’ लिखे हुए पोस्टर दिखाए। बता दें कि जगती विस्थापित टाउनशिप जम्मू के बाहरी इलाके में है, जहां विस्थापित कश्मीर पंडित पिछले तीन दशकों से रह रहे हैं। 1989-90 में जब कश्मीरी पंडितों को कश्मीर के उनके घरों से बेघर किया गया था, तो उन्होंने जम्मू समेत देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर शरण ली थी।