तिरुअनंतपुरम: केरल में अगस्त में आई सबसे विनाशकारी बाढ़ के बाद महामारी का खतरा पैदा हो गया है। राज्य में बाढ़ के प्रभाव के बाद अब ‘रैट फीवर’ का खौफ फैल रहा है। इसके अलावा कई अन्य तरह की बीमारी का भी खतरा बन गया है। जानकारी के मुताबिक रविवार तक 372 लोगों के रैट फीवर से पीड़ित होने की पुष्टि हुई। इनमें से 12 की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
बता दें कि रैट फीवर की बिमारी में तेज बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना, पेट दर्द, खुजली जैसी शिकायतें होती हैं। जानकारी के मुताबिक किडनी और लिवर की बीमारी से ग्रस्त लोगों को ये बीमारी आसानी से अपना निशाना बना रही है। बाढ़ के बाद अलग-अलग बीमारियों से अब तक 54 लोगों की जान गई। कोझिकोड और पथानमतिट्टा जिलों में 71 और लोगों में इस बीमारी के लक्षण मिले हैं। यह बीमारी जानवरों से इंसानों में फैलती है और बाढ़ के दौरान इसका खतरा बढ़ जाता है।
कासरगोड जिले को छोड़कर बारिश और बाढ़ से राज्य के अन्य सभी 13 जिले प्रभावित हुए हैं। राज्य में लगभग 20 लाख लोग बाढ़ के पानी के संपर्क में आए हैं। रैट फीवर के खौफ को देखते हुए राज्य में तीन हफ्ते के लिए हाई अलर्ट लागू कर दिया गया है।