लखनऊ: केन्द्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने अवैध खनन घोटाले में बड़ी कार्यवाही की है। सीबीआई की टीम ने गैंगरेप के आरोप में जेल में बंद उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के घर सहित दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश तक करीब 22 ठिकानों पर छापेमारी की है। फिलहाल अधिकारी गायत्री के परिजनों से पूछताछ कर रहे हैं।
दरअसल, सीबीआई ने खनन घोटाले लगभग 22 जगहों पर छापेमारी की है, जिसके तहत गायत्री प्रजापति के 3 ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। गायत्री प्रजापति समाजवादी पार्टी सरकार में खनन मंत्री रह चुके हैं। उन पर अवैध खनन के भी आरोप हैं। इसके साथ ही वह महिला के साथ गैंगरेप मामले में भी आरोपी हैं। जनवरी में उत्तर-प्रदेश में हुए खनन घोटाले की सीबीआई जांच में बड़ा खुलासा हुआ था। हमीरपुर की डीएम रहते हुए आईएएस बी चंद्रकला पर दस अन्य लोगों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रचते हुए अवैध खनन करवाने का मामला सामने आया था।
गायत्री प्रजापति का घर अमेठी के आवास विकास कॉलोनी में है। वह अभी रेप केस में जेल में बन्द हैं। अगले महीने की 8 तारीख को उनकी जमानत पर सुनवाई होनी है। अधिकारियों ने बताया है कि अखिलेश यादव नीत तत्कालीन समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार में प्रजापति के पास खनन विभाग की जिम्मेदारी थी। उन्होंने बताया कि मामला राज्य में विभिन्न जिलों में खनन लीज आवंटन में नियमों में उल्लंघन से जुड़ा है।
बता दें कि यूपी में अवैध खनन के मामले में सीबीआई 11 लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज कर चुकी है। सीबीआई ने हमीरपुर जिले की पूर्व कलेक्टर और आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला, खनिक आदिल खान, भूवैज्ञानिक/खनन अधिकारी मोइनुद्दीन, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रमेश कुमार मिश्रा, उनके भाई दिनेश कुमार मिश्रा, राम आश्रय प्रजापति, हमीरपुर के खनन विभाग के पूर्व क्लर्क संजय दीक्षित, उनके पिता सत्यदेव दीक्षित और रामअवतार सिंह के नाम प्राथमिकी में शामिल हैं। संजय दीक्षित ने 2017 विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर लड़ा था।