चमोली: गुरुवार को औली में गुप्ता बंधुओं के बड़े बेटे की शादी हिंदू रीति रिवाज के साथ हुई। इस दौरान रंग-बिरंगे फूलों से पूरे मंडप को सजाया गया था। चारों तरफ स्वीजरलैंड से मंगाए गए फूल लगाए गए थे। रंग-बिरंगे फूलों से औली भी बहुत ही सुंदर लग रहा था। चारों तरफ स्थानीय लोगों के साथ-साथ गुप्ता बंधुओं के मेहमान भी दिखाई दे रहे थे। विवाह स्थल को दुल्हन की तरह सजाया गया। रंग बिरंगे फूलों के साथ-साथ दिल्ली और मुंबई के कई सजावटी सामान प्रयोग में लाए गए था। खाने-पीने की पूरी व्यवस्था बड़ी सुचारू तरीके से व्यवस्थित की गई थी। पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे इसका भी विशेष ध्यान रखा गया था। मेहमानों के स्वागत और आवाजाही में पूरा गुप्ता परिवार औली में लगा रहा।
औली में गुप्ता बंधुओं के बड़े बेटे सूर्यकांत गुप्ता का विवाह बड़े ही धूमधाम से किया गया। सुबह 9:30 बजे से वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हुए, जिसमें सबसे पहले ठीक 9:30 पर गुड चढ़ाई की रस्म निभाई गई। उसके बाद सूर्यकांत गुप्ता और कृतिका की हल्दी हुई। हल्दी के बाद गणेश पूजा, गौ पूजा के साथ-साथ अग्नि पूजा और शादी के लिए बनाई गई। बेदी की पूजा की गई। वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न किए। इस दौरान स्थानीय पंडितों के साथ-साथ रुड़की से आए हुए 11 पंडित और 7 स्थानीय आचार्यों ने वैवाहिक कार्यक्रमों को संपन्न करने में अपना योगदान दिया।
11 बजे से शुभ मुहूर्त जो कि पंचांग पूजा में घोषित किया गया था। 11:00 बजे से 2:00 बजे तक सभी वैवाहिक कार्यक्रम किए गए। इस दौरान सूर्यकांत राजशाही पोशाक में नजर आए तो वही दुबई के परिवार की बेटी कृतिका भी रंग-बिरंगे लहंगे और सोने के आभूषणों में बहुत ही सुंदर लग रही थी। इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण वर वधू को आशीर्वाद देने के लिए औली पहुंचे और पूरे विवाह कार्यक्रम को संपन्न होने के बाद हरिद्वार के लिए रवाना हुए। आचार्य बालकृष्ण के साथ-साथ हरिद्वार के संत चित्मयानंद जी महाराज, टेलीविजन की कलाकार सुरभि और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी औली पहुंचे और वर-वधू को आशीर्वाद दिया।
इस दौरान बालकृष्ण ने कहा कि औली बहुत ही सुंदर जगह है और अगर उत्तराखंड का विकास करना है तो यहां संस्कृति के साथ-साथ पर्यटन स्थलों का भी विकास करना होगा। इसलिए गुप्ता बंधुओं द्वारा जो शादी औली में की गई है उससे औली को नुकसान नहीं बल्कि बहुत ज्यादा फायदा है। इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ते जाएंगे और लोगों को इसका पूरा लाभ मिलेगा।
इस दौरान आचार्य चित्रमयानंद ने कहा कि इस तरीके से अच्छे कार्यों का स्वागत करना चाहिए ना कि इसका विरोध करना चाहिए। विरोध करने से क्षेत्र में प्रगति नहीं होती है और उन्नति के लिए हर समय अच्छी सोच रखनी चाहिए। गुप्ता परिवार भी उत्तराखंड के रहने वाले हैं और उन्होंने जो औली में विवाह का आयोजन किया, वह सबके फायदे के लिए महत्वपूर्ण है।
गुप्ता बंधुओं की शादी का मौका हरीश रावत ने भी नहीं गंवाया। हरीश रावत देहरादून से हेलीकॉप्टर से औली पहुंचे और गुप्ता बंधुओं के परिवार में शामिल हुए। हरीश ने कहा कि गुप्ता बंधुओं के साथ मेरे पारिवारिक संबंध है, इसलिए मैं शादी में शामिल होने आया हूं।
इस दौरान गुप्ता बंधुओं की माता अंगूरी देवी ने कहा कि मेरे बेटे देवभूमि में आए हैं और मैंने अपने बेटों को भारत माता की सेवा करने के लिए कहा है। मैं अपने बेटों को हर समय कहती हूं कि अच्छा काम करना है और इस देश का नाम रोशन करना है। इस दौरान अंगूरी देवी बहुत खुश नजर आ रही थी।
औली में हुई इस शादी ने एक ओर जहां पर्यटन क्षेत्र में ओली को बढ़ावा तो दिया, वही शादी में विशेष तौर पर पर्यावरण का ध्यान भी रखा जा रहा है। उत्तराखंड हाई कोर्ट के आदेश के बाद गुप्ता बंधु की सतर्क हैं और वे शादी में किसी भी प्रकार की कमी से पर्यावरण को नुकसान नहीं होने देना चाहते हैं। आज गुप्ता बंधुओं के बड़े बेटे की शादी संपन्न हुई है और 20 और 21 जून को छोटे बेटे की शादी संपन्न होगी।