देहरादून: न्यायालय परिसर में आपसी रंजिश के चलते गोली मारकर हत्या करने वाले इनामी बदमाश को दून पुलिस ने दबोच लिया। रुड़की न्यायालय परिसर में घटना को अंजाम देने वाले मास्टर माइण्ड को दून पुलिस ने राजपुर रोड़ के एक होटल से गिरफ्तार किया।
गौरतलब है कि बीते साल 20 नवम्बर को थाना गंगनहर, हरिद्वार के न्यायालय परिसर में आरोपी विकास चौधरी और अजय मोहित ने देवपाल राणा पुत्र धीर सिंह राणा निवासी ग्राम बडेडी, सहारनपुर की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना के बाद गंगनहर पुलिस ने अजय मोहित को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया था और उसके साथी विकास चौधरी को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
जबकि घटना का मास्टर माइण्ड ऋषिपाल राणा लम्बे समय से फरार चल रहा था। पुलिस ऋषिपाल के खिलाफ थाना कोतवाली गंगनहर में मुकदमा दर्ज कर तलाश कर रही थी। ऋषिपाल राणा पुत्र राजेन्द्र सिंह राणा ग्राम मुसकीपुर, सहारनपुर का रहने वाला है। पुलिस ने ऋषिपाल की गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपये के इनाम की भी घोषणा की थी। इस मामले में देहरादून पुलिस अधीक्षक नगर प्रदीप कुमार राय को सूचना मिली कि रुड़की न्यायालय परिसर में घटना कराने वाला मास्टर माइण्ड राजपुर रोड़ के किसी होटल में बैठा हुआ है। सूचना मिलने पर पुलिस ने फरार चल रहे ऋषिपाल राणा को राजपुर रोड़ के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ऋषिपाल ने बताया कि उसकी पत्नी चान्दनी देवी ननौता ब्लाक में ब्लाक प्रमुख है। साथ ही उसने बताया कि देवपाल राणा से उसकी राजनीतिक दुश्मनी थी। ऋषिपाल ने कहा कि देवपाल उसे मरवाना चाहता था।
ऋषिपाल ने पुलिस को बताया कि राठी गैंग और चीनू पण्डित गैंग की आपस में दुश्मनी है। जिसका फायदा उठाते हुए ऋषिपाल ने देवपाल को मारने की साजिश रची। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घटना के बाद ऋषिपाल अपनी स्कारपियों कार UK07Q -8904 से पावंटा के रास्ते चण्डीगढ चला गया था। लेकिन गुरुवार को ऋषिपाल अपने मुकदमें के सम्बन्ध में वकील से बात करने के लिये देहरादून आया था जहा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
राजधानी दून बनी आरोपियों का ठिकाना
आपको बता दें कि देहरादून में अपराध की संख्या बढ़ती ही जा रही हैं। साथ ही अन्य राज्यों के अपराधी भी दून में अपने आप को महफूज सा महसूस कर रहे हैं। हाल ही में पंजाब का मोस्ट वांटेड और इनामी आरोपी सिम्मा को भी देहरादून से ही गिरफ्तार किया गया था।