नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने श्राइन बोर्ड के फैसले को लेकर उत्तराखंड सरकार से एक बार फिर से नाराज़गी जताई है। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने स्थायी रूप से सभी मंदिरों को अपने कब्जे में ले लिया है जबकि मंदिर को चलाना सरकार का काम नहीं है। हम इसके खिलाफ लड़ेंगे।
सरकार मंदिर के काम में दखल नहीं दे सकती। सरकार सिर्फ मंदिरों के आय-व्यय संबंधी मामले ही देख सकती है। ये कहने का हक सरकार के पास नहीं है कि मंदिर कैसा हो, वहां पूजा कैसे की जाए। ये सब देखना सरकार का काम नहीं है। उन्होंने कहा कि अब वक़्त फैसला लेना का आ गया है इसलिए वो खुद प्रदेश सरकार के खिलाफ अगले सप्ताह अदालत की शरण लेंगे और तीर्थपुरोहितों के साथ हो रही ना इंसाफी के खिलाफ अपनी ही सरकार के फैसलों का विरोध करेंगे।