देहरादून: अभी ट्रांसपोर्टर प्रकाश पाण्डेय की आत्महत्या के कुछ दिन ही बीते थे कि एक और ट्रांसपोर्टर के आत्महत्या का मामला सामने आया है। मंगलवार रात बलवंत नाम के ट्रांसपोर्टर ने आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या कर ली।
बलवंत देहरादून के कश्मीरी कॉलोनी, निरंजनपुर का रहने वाले था। आर्थिक नुकसान के चलते उसने अपने ट्रक बेच दिए थे, और उसके बाद ट्रांसपोर्टरस के बीच एजेंट का कार्य करने लगा। देहरादून ट्रक एसोसिएशन के महामंत्री अशोक ग्रोवर ने बताया कि GST के बाद ट्रांसपोर्टरस का व्यापर भी ठप पड़ गया, जिसके चलते अधिकतर ट्रांसपोर्टर अपना व्यापर छोड़ चुके हैं। बलवंत एजेंट के रूप में जिन पर निर्भर था वो भी अपना व्यापार छोड़कर प्रदेश से जा चुके हैं, जिस कारण आज बलवंत को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा।
ट्रांसपोर्टर ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमे उसने जीवन के आधे सफ़र में परिवार का साथ छोड़ने के लिए अपने बच्चों से माफी भी मांगी है। जानकारी के मुताबिक फीस जमा नहीं करने के चलते बलवंत के बच्चों को स्कूल प्रशासन ने भी स्कूल से निकाल दिया था जिससे पहले से ही आर्थिक तंगी झेल रहा बलवंत और हताश हो गया था।
वहीँ कांग्रेस नेता सूर्यकान्त दसमाना भी कोरोनेशन हॉस्पिटल पहुंचे, जहाँ ट्रांसपोर्टर का पोस्टमार्टम किया गया। दसमाना ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की गलत नीतियों के चलते आम लोगों को लगातार आत्महत्या जैसे कदम उठाने पड़ रहे हैं, लेकिन यह शर्मनाक है कि भाजपा सरकार कुछ भी कदम नहीं उठा रही है।