नई दिल्ली: अमृतसर के राजासांसी में संत निरंकारी समागम में ग्रेनेड अटैक के सिलिसिले में गृह मंत्रालय में अहम बैठक जारी है। बैठक की अगुवाई गृहमंत्री राजनाथ सिह कर रहे हैं। इस मीटिंग में आईबी, रॉ और गृहमंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल है। बताया जा रहा है कि संत निरंकारी समागम पर ग्रेनेड अटैक के जरिए आईएसआई-खालिस्तान नेटवर्क का गठजोड़ सामने आ रहा है। इस संबंध में पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह रविवार को कहा था इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि खालिस्तानी संगठन से जुड़े आतंकियों का हाथ न हो।
इससे पहले पंजाब आप के वरिष्ठ नेता एच एस फुल्का ने कहा था कि सेनाध्यक्ष का हाथ इस हमले में हो सकता है। लेकिन विवाद बढ़ता हुआ देखकर उन्होंने कहा था कि वो सेनाध्यक्ष का सम्मान करते हैं और उनके बयान को गलत संदर्भ में समझा गया। उन्होंने कभी नहीं कहा कि सेनाध्यक्ष के इशारे पर इस घटना को अंजाम दिया गया है।
इन सबके बीच आईजी सुरेंद्र सिंह परमार का कहना है कि अमृतसर ब्लास्ट की जांच पंजाब पुलिस के पास रहेगी या एनआईए के पास इसका फैसला सीएम और डीजीपी करेंगे। हम उनके आदेशों का पालन करेंगे। फिलहाल पंजाब पुलिस की तरफ से संदिग्ध हमलावरों के स्केच को नहीं जारी किया गया है।
बता दें कि आतंकी हमले के संबंध में पंजाब सरकार ने सुराग देने वालों को 50 लाख रुपए इनाम देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही स्पेशल नंबर 181 जारी किया गया है। इस बीच एनआईए मौके पर जांच कर रही है। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज के जरिए एक तस्वीर हाथ लगी है जिसमें संदिग्ध पल्सर की पहचान हुई है।