श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो गई है। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालुओं को कठिन यात्रा का सामना करना पड़ता है। इस यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के जवान तैनात है। आईटीबीपी ने गुरुवार को ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में आईटीबीपी के जवान तीर्थयात्रियों को भूस्खलन की वजह से गिर रहे पत्थरों से ढाल बनाकर बचा रहे हैं।
आईटीबीपी के द्वारा शेयर किए गए वीडियो में दिख रहा है कि बालकाट मार्ग पर पहाड़ से गिर रहे पत्थरों से श्रद्धालुओं को बचाने के लिए जवानों ने मानव श्रृंखला बनाकर दीवार बना ली है। इसके बाद जनाव पत्थरों को अमरनाथ के मार्ग में गिरने से रोक रहे हैं। जिस वक्त ये पत्थर गिर रहे हैं, उस समय काफी संख्या में तीर्थयात्री उस मार्ग से जा रहे हैं।
आईटीबीपी के ट्वीटर हैंडल से शेयर किया गया ये वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, लोग जवानों की तारीफ कर रहे हैं। जवानो की मुस्तैदी और सूझबूझ की वजह स किसी भी श्रद्धालु को चोट नहीं पहुंची। वो चट्टान की तरह उनकी सुरक्षा में अपनी जान की परवाह किए बिना खड़े हो गए। अमरनाथ यात्रा में संभावित किसी भी हमले को रोकने को लिए इस बार सुरक्षा काफी बढ़ाई गई है।
इससे पहले आईटीबीपी ने अपने ट्वीटर हैंडल से कुछ तस्वीरें शेयर की थी। इन तस्वीरों में आईटीबीपी के जवान सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रहे यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क लगा रहे हैं। दरअसल अमरनाथ यात्रा के रास्ते में बालटाल क्षेत्र में चढ़ाई कर रहे करीब 15 श्रद्धालुओं को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इन सभी की जवानों ने मदद की और ऑक्सीजन मास्क लगाया। कठिन परिस्थितियों के बावजूद लोग बाबा बर्फानी के दर्शन को लेकर उत्साहित हैं। हर साल होने वाली अमरनाथ यात्रा इस साल 1 जुलाई से शुरू हो गई है और 45 दिनों बाद 15 अगस्त को संपन्न होगी। अमरनाथ गुफा को हिंदुओं के पवित्रतम तीर्थों में से एक माना जाता है।
#AmarnathYatra : More than 15 pilgrims feeling breathlessness were administered oxygen by Indo-Tibetan Border Police (ITBP) personnel en-route on Baltal Axis till now. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/jaT90iUIpP
— ANI (@ANI) July 3, 2019