मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन के पिता और मशहूर एक्शन डायरेक्टर वीरू देवगन का सोमवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया है। सूत्रों के मुताबिक लंबे समय से बीमार चल रहे वीरू देवगन की मौत कार्डियक अरैस्ट के कारण हुई है। सोमवार सुबह वीरू को सांस लेने में दिक्कत हुई थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई के सांता क्रूज स्थित सूर्या अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां कार्डियक अरेस्ट के बाद उनकी मौत हो गयी। वीरु का अंतिम संस्कार शाम 6 बजे मुंबई में ही किया जाएगा।
अमृतसर पंजाब के देवगन परिवार में जन्में वीरू एक फेमस स्टंट और एक्शन डायरेक्टर थे। अपने फिल्मी करियर में उन्होंने 80 से ज्यादा फिल्मों में लड़ाई और एक्शन सीन्स कोरियोग्राफ किये थे। इसके अलावा वीरू ने साल 1999 में आई फिल्म हिन्दुस्तान कि कसम का निर्देशन भी किया था। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ अजय देवगन मुख्य भूमिका में नजर आए थे।
सन 1957 में 14 साल के वीरू देवगन बॉलीवुड में घुसने की चाह लिए अमृतसर में अपने घर से भाग गए। बिना टिकट लिए मुंबई जाने के लिए फ्रंटियर मेल पकड़ ली और पकड़ें गये टिकट नहीं लेने के कारण दोस्तों के साथ हफ्ते भर जेल में रहे। जेल से बाहर निकलने पर मुंबई शहर और भूख ने उनको तोड़ दिया था। जहां उनके साथ आए कुछ दोस्त टूटकर अमृतसर वापिस लौट गए। लेकिन वीरू देवगन वापिस नहीं गए। वह टैक्सियां धोने लगे और कारपेंटर का काम भी किया। वहीं वीरू देवगन फिल्म स्टूडियोज़ के चक्कर काटने लगे। उन्हें हीरो बनना था, लेकिन उन्हें जल्द ही समझ आ गया कि हिंदी फिल्मों में जो हीरो और अभिनेता बने हुए हैं। उनके सामने उनका कोई चांस नहीं चलेगा।
वीरू देवगन ने अपने बेटे अजय देवगन को हीरो बनाने के लिए बहुत कड़ी मेहनत की। उन्हें कम उम्र से ही फिल्ममेकिंग और एक्शन का शोक रहा हैं। फिल्ममेकिंग और एक्शन सब अजय के हाथों ही करवाते।जब अजय कॉलेज गए तो उनके लिए डांस क्लासेज शुरू करवाईं। अजय के लिए घर में ही जिम बनावाया गया। हॉर्स राइडिंग सिखाया और फिर उन्हें अपनी फिल्मों की एक्शन टीम का हिस्सा बनाने लगे। उन्हें बताने लगे कि सेट का माहौल कैसा होता है। जिसके चलते आज अजय फिल्ममेकिंग को लेकर बहुत सक्षम हो पाए।