मसूरी: राज्य आन्दोलनकारी शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और क्षेत्रीय विधायक गणेश जोशी व धनोल्टी विधायक प्रीतम पंवार मसूरी पहुंचे। उन्होंने शहीदों को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर अजय भट्ट ने कहा कि अलग राज्य की मांग को लेकर उत्तराखंड की लड़ाई लड़ी गई थी। आज राज्य आंदोलनकारियों की शहादत बलिदान से ही नया राज्य मिला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उत्तराखंड में पलायन व बेरोजगारी रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने में लगी हुई है।
वहीँ धनोल्टी विधायक प्रीतम पंवार ने कहा कि, राज्य बनाने के 2000 से 2019 तक हमने उत्तर प्रदेश से अलग होने पर हमने बहुत कुछ पाया है और अभी बहुत कुछ करना बाकि है। कहा कि पलायन एक बड़ा मुद्दा है, जिससे हमने अभी सफलता नहीं पाई है, जिसको लेकर हम सबको एक होकर काम करना होगा।
राज्य आन्दोलनकारी रवि बंगारी का कहना है कि राज्य बनाने के बाद भी जो हमारे सपने थे वो पूरे नहीं हो पाये। उन्होंने कहा कि आन्दोलनकारियों की लिस्ट में उन लोगों के नाम हैं जो आन्दोलन में नहीं थे और जो लोग आन्दोलनकारी थे उन लोगों के नाम तक नहीं है और कहा 2 सितम्बर का दिन महज अब औपचारिकता रह गई है।
श्रधांजलि देने पहुंचे काशी सिंह ऐरी का कहना है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार रही हो या कांग्रेस की दोनों ने राज्य को छला है। दोनों पार्टीयों को बस सत्ता हासिल करना है और लूट खसोट करना है और कई योजनायें अभी राज्य को लूटने की बना रहे है।
इस मौके पर पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा है कि, बड़े दुर्भाग्य की बात है कि आज बडोनी जी कि मूर्ति यहाँ लगी है पर नेता आज बडोनी जी को भूल गए है। कहा कि पालिका मसूरी में 2003 में एक प्रथा रखी थी की कोई भी मुख्यमंत्री किसी भी पार्टी का हो वो 2 सितम्बर को मसूरी शहीदों को श्रदांजलि देने मसूरी आ जाते थे। लेकिन दुर्भाग्य वश दो साल से प्रदेश के मुख्यमंत्री शहीदों को श्रदांजलि देने मसूरी नहीं आये। पलायन पर कहा कि डबल इंजन कि सरकार भी फेल हो चुकी है। दिन पर दिन पहाड़ की सीटें घटती जाएगी यदि ऐसे लोग सरकार चलाएंगे।